नई दिल्ली। दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी लगातार गलत गतिविधियों की वजह से ही खबरों में बनी हुई है। कभी कन्हैया कुमार तो कभी देशविरोधी नारे। कभी कंडोम तो कभी यौन शोषण। अब ताजा मामला वीसी और रजिस्ट्रार को बंधक बनाने का है।
रिपोर्ट के मुताबिक जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के सदस्यों ने यूनिवर्सिटी के एडमिन ब्लॉक का घेराव कर लिया। छात्रों ने वीसी , रजिस्ट्रार समेत 10 लोगों को बंधक बना लिया। ये घेराव पांच दिनों से लापता छात्र नजीब को लेकर किया गया था।
बंधक बने विश्वविद्यालय के कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा कि वे इमारत के भीतर कल दिन में 2.30 बजे से ही बंधक थे। इस दौरान उनके साथ मौजूद एक महिला सहकर्मी की तबीयत भी बिगड़ गई। जेएनयू के छात्रों ने अपने रूख का बचाव करते हुए दावा किया कि किसी को अवैध रूप से बंधक नहीं बनाया गया. जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष मोहित पांडेय ने कहा कि हमने जेएनयू के प्रशासनिक भवन में किसी को अवैध रूप से बंधक नहीं बनाया। इस मामले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात कर रिपोर्ट मांगी है।
दरअसल जेएनयू के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी का छात्र नजीब अहमद शनिवार से कथित तौर पर लापता है। उसके लापता होने से एक रात पहले कैंपस में उसका झगड़ा हुआ था।अभिभावकों की शिकायत के बाद जेएनयू प्रशासन ने प्रॉक्टरस्तरीय जांच समिति के समक्ष गवाही के लिए 12 छात्रों को तलब किया था। विश्वविद्यालय के रूख से ये छात्र नाराज थे, जिस का गुस्सा उन्होंने उन्हें बंधक बनाकर निकाला।