कश्मीर घाटी में पिछले एक दशक का सबसे लंबा एनकाउंटर आज खत्म हुआ। दरअसल घाटी में पिछले 13 साल का सबसे लंबा एनकाउंटर चल रहा था। 56 घंटे चले एनकाउंटर में आर्मी कमांडोज ने दो आतंकियों को मार गिराया। कार्रवाई में दो जवान जख्मी हो गए। पंपोर की एक सरकारी इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग में सोमवार सुबह आतंकी जा छिपे थे। वहीं से 60 कमरों में छिप-छिपकर फायरिंग कर रहे थे। 9 महीने पहले भी आतंकियों ने इसी बिल्डिंग पर हमला किया था।
पिछला लंबा एनकाउंटर भी एनडीए शासन में
घाटी में इससे पहले सबसे लंबा एनकाउंटर एनडीए के ही शासनकाल में 2003 में चला था। तब श्रीनगर के इंदिरा नगर स्थित कैंटोनमेंट में घुसे आतंकियों और आर्मी के बीच 72 घंटे फायरिंग हुई थी।
करीब 56 घंटे चला एनकाउंटर
आर्मी के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 7 बजे आतंकियों ने फायरिंग शुरू की थी। सिक्युरिटी फोर्सेस ने तीन दिन तक बिल्डिंग को घेरे रखा। बुधवार दोपहर 3 बजे यह ऑपरेशन खत्म हुआ। विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अशोक नरूला ने बताया कि “2 आतंकियों को मार गिराया गया है। इनके पास से कई हथियार मिले हैं। “
झेलम के रास्ते आए थे आतंकवादी
जम्मू-श्रीनगर हाईवे से 10 किमी दूर जम्मू-कश्मीर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (जेकेईडीआई) की बिल्डिंग है। कैम्पस के एक ओर झेलम नदी बहती है। इंटेलिजेंस एजेंसीज का मानना है कि आतंकी नदी के रास्ते से आए थे। “10 अक्टूबर को सुबह 7 बजे पता चला कि बिल्डिंग में आतंकी छिपे हैं और फायरिंग कर रहे हैं। तब से सिक्युरिटी फोर्सेस ने इस बिल्डिंग को घेर रखा था। “यह बिल्डिंग काफी बड़ी है। इसमें करीब 60 रूम हैं और सभी में बाथरूम अटैच हैं। हम नहीं चाहते थे कि किसी तरह का नुकसान हो। इसलिए ऑपरेशन को बेहद ही संभलकर चलाया गया।”