17 अक्टूबर को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वली रहमानी ने कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। दरअसल कांग्रेस ने दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए एक कार्यक्रम रखा, कांग्रेस के इस कार्यक्रम में कांग्रेस के बड़े मुस्लिम नेता गुलाम नबी आजाद सहित और कई दलित नेता और नुमाइन्दे पहुंचे थे, साथ ही वहां मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव वली रहमानी भी आये थे।
सभी वक्ताओं ने बड़े बड़े भाषण दिए , सबने दलितों – अल्पसंख्यकों की तकदीर ही बदल देने की वकालत की, जैसे ही वली रहमानी ने माइक थामा, आयोजकों का सिर चकरा गया, वली रहमानी ने जमकर कांग्रेस को कोसा, वली ने कहा कि ” अभी कांग्रेस की जो दुर्दशा है वो उनके आकाओं – नेताओं की वजह से है ” ” दिल्ली में जो आलाकमान (राहुल-सोनिया ) लोग हैं उनका रवैया यही रहा तो कांग्रेस बर्बाद हो जाएगी ” वो तो इससे भी आगे बढ़ गए और सर्वोच्च न्यायलय के न्यायाधीशों पर भी जिस तरह से बेलगाम बोल गए उससे यही समझ में आता है कि इस तरह के धर्म गुरुओं को संवैधानिक मर्यादाओ को निभाने का ज्ञान तक नहीं। रहमानी ने न्यायाधीश के बारे में ये टिपण्णी कर डाली कि लालच में न्यायाधीश इस तरह के सरकारी फैसलों के लिए काम करते हैं। उन्हें लालच होती है रिटायरमेंट के बाद किसी पद की , किसी कमीशन के अध्यक्ष बनने की।