यूपी के चुनावी समर में कूद पड़े कांग्रेस के युवराज अपना कोई भी दांव खाली नहीं छोड़ना चाहते। खाट सभा के जरिए पूरे प्रदेश में विरोधियों की खाट खड़ी करने की मंशा लिए घूम रहे हैं। ये अलग बात है कि विरोधियों की खाट खड़ी करते करते उनकी खाट उनके चाहने वाले ही लूट ले जाते हैं।
उनके सलाहकार और स्क्रिप्ट राइटर हर रोज कोई न कोई जुमला उनके लिए तलाश लाते हैं और राहुल उसका अपने भाषण में जमकर इस्तेमाल करते हैं। हालांकि उनका भाषण गाहे-बेगाहे उनके लिए मुसीबत का सबब भी बन जाता है। आज बात खाट से आगे बढ़ी है और रिमोट कंट्रोल तक जा पहुंची है।
राहुल गांधी ने अपने इस चुनावी अभियान के दूसरे चरण में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर रखा है। राहुल ने आज कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का रिमोट कंट्रोल मोदी के हाथों में है।
सीतापुर के पास भिटौली में उन्होंने छोटी सी सभा में कहा कि उत्तर प्रदेश की दो पार्टियों के दिग्गज मायावती और मुलायम सिंह का रिमोट कंट्रोल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में है। उन्होंने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती और मुलायम सिंह यादव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लड़ने का दम नहीं है। सिर्फ कांग्रेस ही उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने में सक्षम है।
सूबे की दो बड़ी पार्टियों के बारे में ऐसा बयान देकर राहुल ने कहीं यह साफ़ कर दिया है कि केंद्र की सरकारें अपने राजनीतिक कारणों से क्षेत्रीय क्षत्रपों की गरदनें मरोड़े रखते हैं। आज अगर इन पार्टियों के आलाकमान का रिमोट नरेंद्र मोदी के हाथ में है, तो जाहिर है कि इसके पहले राहुल गांधी के हाथ में इऩकी चाबी रही होगी, जब उनकी पार्टी केंद्र में काबिज थी। उनकी सरकार के दौरान तो ख़ुद सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को केंद्र सरकार का तोता कहा।
ज़ाहिर है कि सीबीआई ने नाम के इसी तोते के ज़रिए केंद्र सरकारें राज्यों के क्षत्रपों की रिमोट अपने हाथ में रखते हैं। इसलिए राहुल गांधी आज अगर नरेंद्र मोदी के हाथ में मुलायम और मायावती का रिमोट होने की बात कर रहे हैं, तो इसका एक संकेत यह भी है कि पहले इन लोगों का रिमोट वे अपने हाथ में रखते थे और इसी वजह से उनकी सरकार को इन लोगों का प्रत्यक्ष और परोक्ष समर्थन भी मिलता रहा।
अमौसी हवाईअड्डे पर उतरने के बाद राहुल गांधी लखनऊ से सड़क मार्ग से सीतापुर होते हुए लखीमपुर खीरी पहुंचे। हवाईअड्डे पर उनका स्वागत पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के साथ पूर्व सांसद राजा राम पाल और विधायक रीता बहुगुणा जोशी ने किया। इसके बाद उनका काफिला सीतापुर की ओर रवाना हो गया।