श्रीमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ,
नमस्कार के साथ बिहार की जनता के तरफ से टोकरी भर लानत भेज रहे हैं , स्वीकार कीजिये !
मुख्यमंत्री जी , सबसे पहले हम याद दिला दें कि 2005 में आप एनडीए नेता के रूप में लालू जी के कुनबे द्वारा फैलाये और बढ़ावा दिए जा रहे #जंगलराज के खिलाफ जनादेश लेकर आये थे । फिर एनडीए 1 में
कानून का राज लौटा , सड़कें बनी , स्वास्थ्य और शिक्षा में बुनियादी सुविधा बढ़ी तो जनता ने 2010 में विकास के नाम पर जदयू + भाजपा : एनडीए को अपार बहुमत दिया ।
फिर वक़्त बदला , आपका मिजाज बदला , बिहार के हित पर खुद की महत्वाकांक्षा भारी पड़ गयी और #महागठबंधन हो गया । जिस #जंगलराज की परिभाषा आपने दी थी उसी को आप सामाजिक न्याय बताने लगे । लोगों ने आपके पिछले कार्यकाल को देखते हुए भरोसा किया और कुछ लालू जी का जातीय गणित काम कर गया । आप ने फिर बम्पर जनमत से सरकार बना ली ।
याद कीजिये चुनाव में लोगों की #जंगलराज लौट आने की आशंका पर आपने ट्वीट किया था – ” चन्दन विष व्यापत नहीं लिपटे रहत भुजंग ” ।
मुख्यमंत्री महोदय , आज बिहार के हालात देखकर तो यही लगता है कि चन्दन कुमार जी सहित पूरे प्रशासन को भुजंगी भाई का विष घातक असर कर रहा है !
यूँ तो नई सरकार में अपराध रोज हो रहे हैं लेकिन दरभंगा में दो इंजीनियरों की बेख़ौफ़ हत्या , हाजीपुर में एके 47 से ब्रिजनाथी सिंह की हत्या , भाजपा उपाध्यक्ष बिश्वेशर ओझा का कत्ल काफी सुर्ख़ियों में रहा है । बावजूद इसके किसी भी हत्याकांड में कार्यवाई से अपराधियों के मन में #एनडीए वाले नीतीश का खौफ नहीं बना पाये आप ।
इधर शराबबंदी के निर्णय से खूब वाहवाही क्या मिली आप बिहार के प्रति और लापरवाह हो गए । कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के बजाय पुलिस महकमा को पूरी तरह शराबबन्दी के काम में झोंक दिए और खुद दूसरे राज्यों शराबबंदी के मुद्दे पर अपनी पीएम बनने की लालसा को पूरा करने में जुट गए ।
हाल ही में शराबबंदी के बाद आपने घटते अपराध का आंकड़ा जारी किया तो #सत्ता की#सनक से मदमस्त अपराधी और आपके गठबंधन के अपराधिक प्रवृत्ति वाले नेताओं ने फिर से खूनी खेल शुरू कर दिया ताकि अपराध का अँधेरा कायम रह सके ।
#जदयू एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे ने अति मामूली बात सड़क पर साइड न देने पर गया के एक आम छात्र आदित्य को सर में 3 गोलियां मारी । पुलिस ने 56 घण्टे बाद अपराधी को पकड़ा लेकिन मजबूत चार्जशीट फ़ाइल नहीं कर पाई और खबर है कि गवाह भी मुकरते नजर आ रहे हैं । हद तो तब हो गयी जब आपके उपमुख्यमंत्री ने बौखलाकर घटना की तुलना #पठानकोट आतंकी हमले से कर दी । लेकिन महोदय , अपराध की तुलना दूसरे अपराध से करके न्याय नहीं दे सकते आप । उल्टा अपराधियों का मनोबल ही बढ़ाया है तेजस्वी ने ।
अभी तक अपराधी बेटे को बचाने वाली मनोरमा गिरफ्तार नही हुई है ।
इतना कुछ चल ही रहा था कि अपराधियों ने सीवान में हिंदुस्तान अख़बार के ब्यूरो चीफ को गोलियों से भून कर फिर आपके सुशासन की पोल खोल दी । ये मामला मीडिया ने उठाया तो आपके पक्षकार तर्क देने लगे कि झारखण्ड में बिहार से पहले पत्रकार हत्या हुई है । अब बताइये जरा , यदि झारखंड में हत्या होती है तो क्या बिहार के अपराधी उसका हिसाब बराबर कर रहे हैं ? यह किस प्रकार का तर्क है सरकार के पक्षकारों का , जिसमे दूसरे राज्यों से तुलना कर बेतहाशा बढ़ रहे हत्या के जघन्य वारदातों का बचाव कर रहे हैं ?
यह मामला कार्यवाई की राह तक ही रहा था कि तभी ट्रेन में डकैती के दौरान जवानों पर भीषण गोलीबारी हुई । जवान को मारकर लुटेरे रायफल लूट ले गए । उधर भागलपुर में एक व्यवसायी की रंगदारी न देने पर गोली मार दी गयी ।
ख़बरें सुनकर तो ऐसा लगता है जैसे बिहार पे बज्रपात हो गया है । कब किसकी गोली हमारे सर घुसेगी पता नहीं ? क्योंकि दुश्मनी भले न हो पर सड़क पर साइड देने में देर हो सकती है ।
सोचा है बिहार लौटते ही अपनी गाडी के पीछे लिखवाउंगा : जगह मिलने पर तुरन्त पास देंगे , कृपया गोली न मारें ।
मुख्यमंत्री जी, आपने चुनाव में पुराने दिन लौटने का वादा किया था । जनता अगर समझ लेती कि पुराने दिनों का जंगलराज लौटने वाला है तो आप सीएम न होते । आखिर समझ नहीं आ रहा कि आप पीएम बनना चाहते हैं तो फिर ये कौन सा ” बिहार मॉडल” देश के सामने पेश कर रहे हैं ?
नीतीश जी , लोग तो कह रहे हैं जब तक केजरीवाल #जंगलराज पर अपनी मुहर नहीं लगाते तब तक आप नहीं मानेंगे ।
ऐसा लगता है , जिस तरह केजरीवाल सीएम बनते ही शीला दीक्षित के घोटालो वाले 370 पेज के सबूत जेब में रखकर भूल गए ठीक वैसे ही आप #सुशासन को गठबंधन की दराज में छोड़ आये हैं !
मुख्यमंत्री जी , जागिये ! जनता ने जनमत दिया था सीएम बनकर बिहार चलाने के लिए । आप राज्य को कम से कम एनडीए शासन वाली कानून व्यवस्था ही दे दीजिये । और पीएम बनने में अभी 2019 तक का समय है आपके पास । तब तक बिहार को जीने का अधिकार तो दे दीजिये ।
एक बिहारी नागरिक होने के नाते अपने सीएम से उम्मीद करता हूँ कि सारे काम छोड़ केवल कानून का राज कायम करने की महती कृपा करें । क्योंकि लोकतन्त्र में आस्था होने के कारण इतनी जल्दी राष्ट्रपति शासन की मांग नहीं कर पा रहे हैं । लेकिन जल्द हालात सामान्य नही हुए तो बिहार की जनता खुद महागठबंधन सरकार को बर्खास्त करने की मांग करने लगेगी । याद होगा चुनाव में आप ही कहा करते थे ” ई बिहार है बिहार ” तो आप भी याद रखियेगा ।
आपका एक बिहारी भाई ।
जयराम विप्लव
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