स्ट्रैटसोल फाउंडेशन, ऑइल ऐंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ONGC) और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कॉम्युनिकेशन (IIMC) भारत में ऊर्जा सुरक्षा के साथ जनहितैषी और टिकाऊ विकास को लेकर मीडिया में जागरूकता बढ़ाने के लिए साथ आए हैं। ‘ऊर्जा और स्थायित्व’ विषय पर शनिवार को आयोजित वर्कशॉप में IIMC के डायरेक्टर जनरल केजी सुरेश ने कहा, ‘भारत में टिकाऊ विकास की परंपरा पुरानी है। यहां मानव की ही नहीं, बल्कि ब्रह्मांड में मौजूद सभी जीवों की चिंता की जाती है। वसुधैव कुटुम्बकम से अधिक समावेशी कुछ नहीं हो सकता है।’
उन्होंने वर्कशॉप आयोजन के लिए स्ट्रैटसोल फाउंडेशन और ओएनजीसी की सराहना करते हुए कहा, ‘मीडिया के लिए यह महत्वपूर्ण है कि इस ऐसे मुद्दों को सामने लाया जाए जिनका देश और दुनिया में लंबे समय तक प्रभाव रहेगा। स्थायित्व से जुड़ी खबरों को छापने की जरूरत है।’
वर्कशॉप में विभिन्न क्षेत्रों के कई बड़े जानकार शामिल हुए। IIMC के स्टूडेंट्स और स्कॉलर्स को मीडिया, पीआर, इंडस्ट्री और सिविल सोसाइटी के प्रमुख व्यक्तियों से सीधे संवाद का अवसर मिला।
वरिष्ठ मीडिया कर्मी प्रवीण कुमार ने ऊर्जा संरक्षण के पारंपरिक स्रोतों की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में सौर ऊर्जा ,थर्मल ऊर्जा ,पवनजनित ऊर्जा आदि की ओर रुख करना हमारे लिेए ज्यादा हितकर होगा . न कि पेेट्रोल डीजल जैसे उत्पादों पर .
स्ट्रैटसोल फाउंडेशन के एग्जिक्युटिव प्रेजिडेंट राहुल कश्यप ने कहा, ‘संकट की घड़ी में एक अवसर भी होता है। मौजूदा परिस्थिति हमें आने वाली पीढ़ी के लिए रास्ता बनाने का अवसर देत रहा है। यह पुरानी नीतियों को दोबारा देखने और गलतियों को सुधारने का समय है।’