मुंबई। शिवसेना और भाजपा की 22 सालों की दोस्ती टूट गई है। काफी कोशिशों के बावजूद उनके बीच गठबंधन नहीं हो सका और अब दोनों ही पार्टियां बीएमसी की चुनावों में अकेले-अकेले उतरेगी।शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने खुद इस बात का ऐलान कर दिया कि अब वो भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ेंगे। एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना अकेली महाराष्ट्र में लडेगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना गठबंधन के लिये किसी के भी आगे कटोरा लेकर खड़ी नहीं रहेगी। रैली में उन्होंने न केवल गठबंधन तोड़ने की बात कही बल्कि भाजपा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणविस पर भी जमकर बरसे।
शिवसेना के गठबंधन टूटने के बाद अब बड़ा सवाल यहीं है कि क्या भाजपा अकेले बीएमसी का चुनाव लड़ेगी या फिर वो एनसीपी के साथ जाएगी। हलांकि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में बाजपा और शरद पवार के बीच नजदीकी बढ़ी है उससे यहीं अंदाजा लगाया जा रहा है कि अब भाजपा एनसीपी के साथ नया गठबंधन करेगी। दो दिन पहले ही शरद पवार को पद्म विभूषण का सम्मान देने का ऐलान किा गया है। इसे लेकर उद्धव ठाकरे ने कटाक्ष करते हुए कहा भी कि कल जो पद्म पुरस्कार दिए गए उनमें एक पुरस्कार गुरुदक्षिणा में भी दिया गया।