नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से पचास दिन मांगे और कहा कि आप हमें पचास दिन दीजिए उसके बाद आपकी समस्याएं दूर हो जाएँगी। पचास दिन की मियाद पूरी होने वाली है। नोटबंदी लागू होने के बाद से ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी लगातार नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर सवाल खड़े करते रहे हैं। अब राहुल ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवालों की झड़ी लगा दी है। किसानों, गरीब जनता और मजदूरों की केंद्र में रखकर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से १० सवाल पूछे हैं।
1. प्रधानमंत्री बताएं कि नोटबंदी की वजह से कितने लोगों की जान गई?
2. 8 नवंबर को नोटबंदी लागू होने के बाद से अब तक कितना कालाधन आया?
3. नोटबंदी के फैसले से अर्थव्यवस्था को कितना नुकसान हुआ?
4. नोटबंदी की वजह से कितने लोगों का रोजगार छिना?
5. प्रधानमंत्री बताएं कि किसकी सलाह पर नोटबंदी का फैसला लिया गया? उन एक्सपर्ट्स के नाम बताए जाएं।
6. नोटबंदी की वजह से जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजा दिया गया या नहीं?
7. अगर पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिया गया तो ऐसा क्यों किया गया?
8. 8 नवंबर से 2 महीने पहले किन-किन लोगों ने 25 लाख से ज्यादा बैंक में जमा किया? उन लोगों की लिस्ट बताएं।
9. बैंकों में जमा हुआ धन आम लोगों का है सरकार का नहीं, फिर खातों से निकालने के लिए 24 हजार की लिमिट क्यों?
10. स्विस सरकार ने प्रधानमंत्री को स्विस बैंकों में अकाउंट रखने वालों की जो सूची सौंपी है, उसे संसद में कब पेश किया जाएगा?
राहुल गांधी ने कांग्रेस के 132वें फाउंडेशन डे पर अपने कार्यकर्ताओं के बीच नोटबंदी औऱ इसके नुकसान की चर्चा की। राहुल ने कहा, ”पीएम कहते हैं कि 8 नवंबर को उन्होंने ब्लैकमनी और करप्शन के खिलाफ यज्ञ किया। हर यज्ञ में किसी न किसी की बलि चढ़ती है और किसी ने किसी के फायदे के लिए किया जाता है अगर नोटबंदी एक यज्ञ है, तो यह सिर्फ 50 परिवारों के लिए किया जा रहा है औऱ इसमें मिडिल क्लास और गरीबों की बलि चढ़ रही है।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओँ से जनता के बीच जाकर नोटबंदी के नुकसान लोगों को समझाने के लिए कहा। साथ ही नोटबंदी की वजह से परेशान हुए लोगों को राहत देने की भी डिमांड भी रखी। राहुल गांधी ने कहा सरकार सबसे पहले बैंकों से एक सप्ताह में 24 हजार रुपये निकालने की लिमिट को खत्म करे। नोटबंदी से किसानों को जबरदस्त चोट लगी है इसलिए सरकार उनका कर्ज माफ करे औऱ किसानों को उनके उत्पादों पर मिलने वाले मौजूदा मिनिमम सपोर्ट प्राइस में कम से कम तीस फीसदी की बढ़ोतरी की जाए।
साथ ही राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के चुनाव को ध्यान में रखते हुए एक चुनावी गुगली फेंकी, गांधी ने यह भी मांग की कि बीपीएल महिलाओं को 30 हजार रुपये दिए जाएं औऱ नोटबंदी की वजह से संकट में आए दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी दोगुनी की जाए। साथ ही राहुल गांधी ने कहा जो देशभक्त टैक्सपयर्स हैं उनको आयकर में 50 फीसदी की छूट दी जाए।