लखनऊ। यूपी की राजनीति में सत्ताधारी और समाज पर मजबूत पकड़ का दावा करने वाली समाजवादी यादव परिवार के खुद के घर में आपसी पकड़ कमजोर होती दिख रही है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल के बीच की तनातनी अब शतरंज की सियासी चाल जैसे दिखाई दे रहे हैं। इन सबके बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव भले ही कितना दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश करें लेकिन बात बनती नहीं दिख रही।
अब समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में भाग लेने से बचने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश ने ठीक दो दिन पहले यानी 3 नवंबर से रथ यात्रा शुरू करने की घोषणा कर दी। सपा ने 5 नवंबर को लेकर जोरशोर से तैयारियां की हैं। अखिलेश ने समाजवादी विकास रथ यात्रा का नाम दिया है ‘विकास से विजय की ओर’।
अखिलेश यादव ने बुधवार को सपा मुखिया मुलायम सिंह से उनके घर में मुलाकात की। इसके बाद ही ये ऐलान किया। इन सबके बीच मुलायम ने भी 24 अक्तूबर को सभी विधायकों, एमएलसी, पूर्व विधायकों की बैठक बुलाई है। अखिलेश ने मुलायम, रामगोपाल और शिवपाल को भी पत्र भेजकर रथ यात्रा की सूचना दे दी है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि इस समय सभी राजनीतिक दल अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। ऐसी दशा में सरकार बनाने के लिए चुनाव प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से वह 3 नवंबर से ‘विकास से विजय की ओर’ समाजवादी विकास रथ यात्रा शुरू करने जा रहे हैं।