देश की राजधानी दिल्ली धीरे धीरे बीमारियों की राजधानी में तब्दील होती जा रही है। पिछले कुछ महीनों से फैले डेंगू और चिकनगुनिया की मार झेल रहे दिल्ली के लोगों के लिए अब खतरे की एक और घंटी बजी है और वो है बर्ड फ्लू। इस खतरे को देखते हुए राजधानी दिल्ली अलर्ट पर है। हालांकि डेंगू-चिकनगुनिया को लेकर हुई फजीहत के बाद दिल्ली सरकार बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है। दिल्ली में एक के बाद एक सत्रह पक्षियों की मौत के बाद सरकार हरकत में ई है। सबसे पहले बर्ड फ्लू के निशान दिल्ली के चिड़िया घर में देखे गए। मगर अलग-अलग इलाकों में अब तक 17 पक्षियों की मौत हो चुकी है। और इस आंकड़े ने दिल्ली सरकार की नींद तोड़ दी है।
दिल्ली में बर्ड फ्लू के बढ़ते डर को देखते हुए पहले चिड़ियाघर उसके बाद हौजखास के डियर पार्क को बंद कर दिया गया है। सरकार ने अलग-अलग जगहों से 50 सैंपल लेकर जालंधर की लैब में जांच के लिए भेजे हैं और रिपोर्ट नहीं आने तक लोगों से मरे पक्षियों से दूर रहने और चिकन न खाने की भी अपील की है।
दिल्ली सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। फिलहाल 23 सदस्यों की कॉर्डिनेशन कमेटी गठित की गई है। साथ ही रैपिड रिस्पांस टीम की संख्या 6 से बढ़ाकर 10 कर दी गई है। यह कमेटी मंडी में जाकर पक्षियों की पड़ताल करेगी। दिल्ली सरकार का दावा है कि स्वास्थ्य विभाग समेत सभी विभाग सतर्क हैं और पड़ोसी राज्यों से भी सतर्क रहने की अपील की है।
बर्ड फ्लू के लक्षण और रोकथाम के उपाए
बर्ड फ्लू प्रवासी पक्षियों के जरिए फैलता है और इसके लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होती है। सर्दी के साथ सीने में दर्द की शिकायत, कमजोरी और सुस्ती महसूस होती है। बर्ड फ्लू से रोकथाम के लिए पालतू पक्षियों से दूरी बनाएं। कच्चे और अधपके अंडे खाने से बचें, चिकन को कुकर में उबाल कर बनाएं। अपने आसपास साफ का ख्याल रखें और ऐसे कोई लक्षण मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।