वाराणसी। भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान की यादगार धरोहरों में से पांच शहनाइयां चोरी हो गई हैं। इन शहनाइयों में से एक चांदी की थी और उन्हें काफी पसंद थी। बताते हैं कि इसी शहनाई को वे मुहर्रम के जुलूस में बजाया करते थे। ये सभी शहनाइयां वाराणसी में उनके चौथे बेटे काज़िम हुसैन के पास रखी हुई थीं। और यह चोरी चौक थाना क्षेत्र के दालमंडी स्थित उन्हीं के घर से हुई है।
बिस्मिल्लाह खान के देहांत के बाद से ही उनकी याद में एक संग्रहालय बनाने की मांग होती रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हो पाई। जिसकी वजह से उनकी उनमोल धरोहरें उनके अलग-अलग बेटों के पास ही पड़ी हुई हैं।
बताया जा रहा है कि काज़िम 30 नवम्बर को अपने परिवार के साथ मुहर्रम के मज़लिस के कार्यक्रम के लिए बिस्मिल्लाह खान के पुराने मकान पर चले गए थे, लेकिन जब वे दालमंडी स्थित अपने मकान पर लौटे, तो देखा कि एक कमरे के बड़े बक्से में रखे गए सारे बिस्तर बाहर बिखरे हैं और उनकी बेशकीमती शहनाइयां गायब हैं। काजिम ने इस चोरी की सूचना पुलिस को दे दी है, जिसके तत्काल बाद पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है।