नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद भाजपा उनके नाम पर राजनीति कर रही है। अटल जी के नाम पर राजनीति की जा रही है उसे जनता भी भांप गई है। हर कोई उनके नाम पर कई चीजें खोलना चाहता है। इसकी लिस्ट में योजनाएं,चौक, चौराहे,स्कूल कॉलेज और फ्लाईओवर हैं.दरअसल, योगी सरकार ने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर 44 इंटर कालेज खोले जाऐंगे और आगरा, लखनऊ,कानपुर और बलरामपुर में मेमोरियल बनाने का भी प्रस्ताव दिया। पिछले दिनों पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद लखनऊ में जोर-शोर से चर्चा चल रही थी कि उनके नाम पर सड़कों और चौराहों का नामकरण किया जाए इसीलिए लखनऊ का मशहूर हजरतगंज चौराहा अब अटल चौराहे के नाम से जाना जाएगा। दरअसल, लखनऊ नगर निगम के पास इस तरह के तमाम चौराहों, सड़कों और दूसरी ऐतिहासिक जगहों के नामकरण या नाम बदलने का अधिकार होता है। इसी क्रम में लखनऊ के मशहूर हजरतगंज चौराहा का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का प्रस्ताव नगर निगम कार्यकारिणी के सामने आया । लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने चौराहे का नाम बदलने की स्वीकृति पर मोहर लगा दी है।
योगी सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक जन्मस्थली उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) का सैटेलाइट सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। इस सैटेलाइट सेंटर का नाम भी अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होगा । इस योजना के लिए सरकार ने पांच करोड़ रुपये का बजट रखा है। बलरामपुर के जिला प्रशासन ने सैटेलाइट सेंटर की स्थापना के लिए 25 एकड़ जमीन का प्रस्ताव दिया है.