नई दिल्ली। एससी/एसटी एक्ट में संशोधन कर मूल स्वरूप में बहाल करने के कदम से सवर्ण समुदाय नाराज है और सड़क पर उतर चुके हैं। सवर्ण भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में भाजपा के खिलाफ उठे इस विरोध के आवाज को कांग्रेस अपने लिए सुनहरा मौका समझकर इसका सही इस्तेमाल करने में जुट गई है। कांग्रेस इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है। कांग्रेस खुद को सवर्णों का हितैषी, सवर्णों से कनेक्शन की तलाश कर रही है।
मोदी सरकार के खिलाफ सुवर्णों का आंदोलन कांग्रेस के लिए मौका है। एक समय में कांग्रेस का सबसे मजबूत वोटबैंक ब्राह्मण समुदाय माना जाता था लेकिन मौजूदा समय में पूरा ब्राह्मण समुदाय बीजेपी के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ा है। वहीं कांग्रेस ने इस मौके का फायदा उठाते हुए ब्राह्मण समुदाय पर अपनी राजनीति करनी शुरू कर दी यही वजह है कि कांग्रेस उन्हें दोबारा से अपने साथ वापस लाने की कोशिश में जुट गई है जुटी है।
सवर्णों के आंदोलन पर कांग्रेस की नई रणनीति
हरियाणा के कुरूक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के तट पर ‘ब्राह्मण सम्मेलन’ का आयोजन किया गया, जिसमें कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ब्राह्मण समुदाय को अपनी तरफ करने के लिए एक के बाद एक उदाहरण पेश किए। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस 2019 के चुनाव में सरकार में आती है तो हम वादा करते हैं कि हम ब्राह्मण समुदाय के लिए कोई ठोस कदम जरूर उठाऐंगे। रणदीप सुरजेवाला ने ब्राह्मणों के हित के लिए सात सूत्रीय कार्यक्रम की भी घोषणा की। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ब्राह्मण समाज को अपनी तरफ करते हुए बड़ा दांव चला और कहा कि कांग्रेस के डीएनए में आज से नहीं जमाने से ब्राह्मण समाज का खून है। आपको बता दें कि इससे पहले भी गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस राहुल गांधी को जेनेऊधारी बता चुकी है।
क्या है कांग्रेस का सात सूत्रीय कार्यक्रम
कांग्रेस ने 2019 चुनाव को लेकर सवर्णों पर पासा फेंका है। कांग्रेस ने कहा है कि अगर 2019 में उनकी सरकार बनती है तो कांग्रेस सरकार में आने के बाद सबसे पहले ब्राह्मण समाज के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करेगी।
कांग्रेस ने आश्वासन दिया कि ब्राह्मण समुदाय के गरीब तबके को 10 फीसदी आरक्षण भी दिया जाएगा ।
कांग्रेस की सरकार आने के बाद ब्राह्मण कल्याण बोर्ड को प्रति वर्ष 100 करोड रूपये का सॉफ्ट लोन और ब्राह्मण युवाओं को 4 फीसदी छात्रवृति दी जाएगी । कांग्रेस ने अपनी राजनीति में भगवान परशुराम के नाम को भी नहीं छोडा।उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम के नाम पर संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी इसके अलावा हरियाणा में पंडित परशुराम, पंडित लक्ष्मीचंद और पंडित भगवान दयाल शर्मा के नाम पर तीन चेयर की भी स्थापना होगी। उन्होंने एक बार फिर राहुल गांधी को शिवभक्त बताते हुए कहा कि राहुल गांधी भोले शंकर जी की तरह अकेले ही अपनी यात्रा पर निकल चुके हैं ।