नई दिल्ली। राजस्थान में विधान
सभा चुनाव से पहले बीजेपी को तगड़ा झटका लग सकता है। बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक और अटल सरकार में रक्षामंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं। राजस्थान के बाड़मेर सीट से बीजेपी के विधायक कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा जल्द कर सकते हैं। पिछले कुछ दिनों वो कांग्रेस नेताओं से मिल रहे हैं। माना जा रहा है जल्द ही वो अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे। इन दिनों वे बाड़मेर एंव जैसलमेर जिलों के दौरे कर अपने समर्थकों से राय मशविरा कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि 22 सितंबर को मानवेंद्र सिंह बाड़मेर के पचपदरा में ‘स्वाभिमान रैली’ के दौरान अपने फैसले का ऐलान कर सकते हैं। इस रैली में उनके समर्थक और राजपूत समुदाय के लोग बड़ी तादाद में शामिल होंगे। इसी रैली में वो कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि उन के राज नीतिक भविष्य का फैसला लोकतांत्रिक फैसला होगा। वो बार-बार इस बात को दोहरा रहे हैं कि जो उनके समर्थक फैसला करेंगे वही उन का निर्णय होगा। उनका ये कथन इस ओर इशारा कर रहा है कि मानवेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय खुद से लेने के बजाय अपने समर्थकों के जरिए करवाने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह और सीएम वसुंधरा राजे के बीच पहले काफी अच्छे संबंध थे, लेकिन पिछले सात-आठ साल में दोनों के बीच दूरी पैदा हो गई। इसी वजह से साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बाड़मेर से जसंवत सिंह को टिकट देने के बजाय कर्नल सोनाराम चौधरी को मैदान में उतारा था। इसके पीछे वसुंधरा राजे को मुख्य कारण माना गया था। पार्टी में पिता की उपेक्षा को लेकर मानवेंद्र सिंह नाराज रहे हैं। इसी के चलते वो वासुंधरा राजे सरकार से दूरी बनाए हुए हैं और माना जा रहा है कि जल्द कांग्रेस का दामन थामकर बीजेपी को बड़ा झटका दे सकते हैं।