बाबरी कांड की 24वीं बरसी पर जिले का पुलिस और प्रशासन दोनों सतर्क है। जिले में प्रवेश के सभी रास्तों पर चेकिंग के साथ ही हर आने-जाने वाले पर पुलिस नजर रख रही है। सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या के प्रवेश के कुछ रास्तों पर डाइवर्जन भी किया गया है।
तीन एडिशनल एसपी, 10 डिएसपी, 100 एसआई, 12 इंस्पेक्टर, 16 थाना इंचार्ज, पीएसी की 6 कंपनियां, दो कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स , 400 कांस्टेबल और लगभग 200 होमगार्ड को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। इसके आलवा बम निरोधक दस्ता, कमांडो टीम और एंटी सेबोटास टीम को भी लगाया गया है।
आपको बता दें कि विश्व हिन्दू परिषद 6 दिसंबर को हुए बाबरी ध्वंस को शौर्य दिवस के रूप में मनाता है और कई मुस्लिम संगठन इस दिन को योमे गम के रूप में मानते है। इनसे सुरक्षा व्यवस्था बिगड़ने की संभावना बनी रहती है। इससे निपटने के लिए प्रशासन ने ये कड़े इंतज़ाम किए हैं। 2017 में उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों के मद्देनजर भी सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिया जा रहा है।