नई दिल्ली। सीबीआई में जारी घमासान मोदी सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। सरकार सीबीआई पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा,अरुण शौरी और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने रफ़ाल लड़ाकू विमान मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके अरुण शौरी ने कहा कि जिस चाबुक से पीएम मोदी सबको डराते थे और वहीं चाबुक उन्हें डरा रहा है।
रफाल ल़ड़ाकू विमानों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और प्रशांत भूषण ने ये भी दावा किया गया है कि सीबीआई पर बहुत अधिक दबाव है जिसके कारण वह निष्पक्ष तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ है। कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया जाए कि जांच से जुड़े अफ़सरों का तबादला न किया जाए और न उन्हें डराया जाए।
अरुण शौरी से कहा कि ये कितनी हैरानी की बात है कि जो नरेंद्र मोदी सभी को सीबीआई के डंडे से डरा रहे थे आज वो ख़ुद सीबीआई से डरे हुए हैं। उन्होंने डर की वजहें तक बता दी। उन्होंने कहा कि सीबीआई में उठी इस बवाल से पीएम डरे हुए हैं, क्योंकि सीबीआई में उनके ख़ास आदमी राकेश अस्थाना पर अगर अधिक दबाव पड़ा तो वो राज़ खोल सकते हैं।
वहीं सीबीआई का वो जिस तरह से इस्तेमाल करना चाह रहे थे कर नहीं पा रहे थे, जिसकी वजह से वो डरे हुए हैं। उनके डर की एक वजह ये भी है कि अगर आलोक वर्मा जैसा स्वतंत्र अधिकारी रफ़ाल पर जांच कर देता, तो क्या होता क्योंकि सीबीआई के निदेशक को जांच शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री या किसी और की अनुमति की आवश्यक्ता नहीं होती है।