सोशल मीडिया पर शिकायती वीडियो पोस्ट करने वाले जवान तेजबहादुर यादव को एलओसी से हेडक्वार्टर शिफ्ट कर दिया गया है। जवान को उसकी नौकरी के आखिरी महीने में प्लंबर का काम दिया गया है। 31 जनवरी को तेजबहादुर यादव 20 साल की अपनी सेवा पूरी कर स्वेच्छा से रिटायर हो रहे हैं। तेज बहादुर के साथ ही उस मेस के इंचार्ज का भी तबादला कर दिया गया है जिस मेस के भोजन का वीडियो तेज बहादुर यादव ने पोस्ट किया था।
पत्नी-बेटे ने कहा हमें न्याय मिलना चाहिए
तेजबहादुर की पत्नी शर्मिला ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि क्या रोटी की मांग करना गलत है। हमें न्याय मिलना चाहिए। साथ ही शर्मिला ने कहा कि उसके पति काफी लंबे समय खाने की शिकायत करते आ रहे थे। जब घर आते तब भी उसकी चर्चा करते और अपने अधिकारियों को भी इसके बावत जानकारी दी थी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। वहीं तेजबहादुर के बेटे ने रोहित ने कहा कि “खाने की मांग करने में क्या गलत है?
बीएसएफ ने अंतरिम जांच रिपोर्ट सौंपी
इस बीच बीएसएफ ने अंतरिम जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है। मंत्रालय ने बुधवार तक फाइनल रिपोर्ट सौंपने को कहा है। अधिकारियों के मुताबिक तेजबहादुर पर साल 2010 में एक बार कोर्ट मार्शल की कार्रवाई भी हुई थी लेकिन कड़ी जेल की सजा देकर छोड़ दिया गया, अभी तक 4 बार उसे सजा हो चुकी है । इसके जवाब में एक ऑडियो पोस्ट में तेज बहादुर ने कहा कि गलती की सजा भुगत चुका हूं और अच्छे काम के लिए 14 मेडल मिल चुका है इसकी चर्चा भी अधिकारियों को करनी चाहिए।