नोटबंदी के बाद ममता बनर्जी केंद्र सरकार पर लगातार हमले कर रही हैं। ममता लगातार कोई न कोई बहाना निकाल कर नोटबंदी और उससे होने वाली परेशानियों के लिए केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करती हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके करीबियों पर सीधा हमला बोलती हैँ।
ममता बनर्जी ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव के घर आयकर के छापे को ‘बदले की कार्रवाई’ बताया है, उन्होंने मुख्य सचिव राम मोहन राव के घर छापे को अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव पर पड़े छापों से जोड़ा। केंद्र पर आरोप लगाते हुए ममता ने लिखा कि सिर्फ विरोधी दलों को ही निशाना बनाया जा रहा है और गैर-बीजेपी शासित राज्य निशाने पर हैं।
इतना ही नहीं ममता ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा, ‘अमित शाह और अन्य लोगों पर छापेमारी क्यों नहीं होती, जो धन जमा कर रहे हैं।’ ममता ने ट्विटर पर लिखा ‘पहले अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव पर छापा मारा गया, अब मैंने तमिलनाडु के मुख्य सचिव पर छापे के बारे में पढ़ा’। ममता ने इस कार्रवाई को अनैतिक और गलत कदम बताते हुए पूछा, ‘क्या इससे सिर्फ लोकतांत्रिक ढांचे को नुकसान नहीं होगा?’ उन्होंने लिखा कि भ्रष्टाचार की कड़ी निंदा की जानी चाहिए लेकिन केंद्रीय एजेंसी की ओर से मुख्य सचिव पर छापे से प्रशासानिक सेवा नाम की संस्था की छवि धूमिल होती है। ममता ने लिखा कि एजेंसी को छापा मारने से पहले राज्य सरकार को भरोसे में लेना चाहिए था, मुख्य सचिव को पद से हटाने के बाद ही कोई कार्रवाई की जानी चाहिए थी।