वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर पूर्व सूबेदार रामकिशन ग्रेवाल के सुसाइड के बाद बुधवार को दिन भर चले राजनीतिक खेल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कूद पड़े। सबसे पहले आत्महत्या करने वाले फौजी के परिवार से मिलने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया पहुंचे। बाद में मामले को तूल दिया राहुल गांधी ने जब वो उनके परिवार से मिलने राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंच गए। राहुल हिरासत में लिए गए और मामले को राजनीतिक रंग मिलता गया। शाम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मृतक के परिवार से मिलने लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल पहुंचे। पहले उन्हें पुलिस ने हॉस्पिटल के बाहर ही रोक दिया। बाद में हिरासत में ले लिया। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा- “मुझे पुलिस ने फॉरमली डिटेन कर लिया है, कहां ले जा रहे हैं, नहीं पता।” उसके बाद दूसरा ट्वीट किया और लिखा “मोदी के राज में किसान और जवान दोनों आत्महत्या कर रहे हैं। बहुत दुखद, सिपाही सरहद पर बाहरी दुश्मन से लड़ रहे हैं और देश में अपने अधिकारों के लिए, सारे देश को उनके अधिकारों के लिए खड़े हो जाना चाहिए।”
केजरीवाल ने यह भी कहा है कि वे रामकिशन ग्रेवाल के परिवार से मिलने हरियाणा जाएंगे। केजरीवाल को देर शाम पौने 8 बजे हिरासत में लिया गया। दिन भर चले इस राजनीतिक ड्रामे में सभी पार्टियों के नेता बयानबाजी करते रहे और मामला गर्म होता रहा। अरविंद केजरीवाल को देर रात रिहा किया गया। छूटने के बाद केजरीवाल ने कहा कि, कहा कि वन रैंक वन पर पीएम मोदी ने झूठ बोला है और उन्हें सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर यह भी कहा कि मोदी जी के फर्जी राष्ट्रवाद की पोल खुल गई।