रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली और अपनी जबरदस्त प्रदर्शन से दुनिया का दिल जीतने वाली भारतीय एथलीट दीपा करमाकर आपको याद होंगी। दीपा अपने इवेंट में चौथे स्थान पर रही थी। दीपा के इस शानदार प्रदर्शन पर पूरे देश ने उनको सिर आंखो में बिठाया। भारत रत्न सचिन तेंदुलकर रियो के सभी पदक विजेताओँ समेत दीपा को भी BMW कार गिफ्ट की थी। अब दीपा ने उसे नहीं लेने का फैसला किया है।
त्रिपुरा की सड़के उस लायक नहीं
52 साल बाद ओलिंपिक के जिमनास्टिक इवेंट में हिस्सा लेने वाली पहली एथलीट दीपा कर्माकर को सितंबर में BMW गिफ्ट की गई। दीपा के कोच बिश्वेश्वर नंदी ने बताया कि दीपा की फैमिली से बात कर हमने इसे न लेने का फैसला किया है। कोच बिश्वेश्वर नंदी ने बताया- ” त्रिपुरा में दीपा के घर तक इसके लायक न तो सड़कें हैं, न ही आसपास कोई सर्विस सेंटर है। ऐसे में कार का मेंटनेंस मुश्किल हो जाएगा।”
सड़क के बारे बोल कर विवाद को जन्म दिया
त्रिपुरा की सड़कें ऐसी नहीं है कि दीपा करमाकर वहां गिफ्ट में मिली अपनी BMW कार चला सकें। उसे वो अपने घर तक भी नहीं ले जा सकती। वहां की सड़कों के हालात और मेनटेनेंस का खर्च का अंदाजा लगाकर दीपा करमाकर ने उसे नहीं लेने का फैसला किया है। दीपा के इस स्टैंड के बाद त्रिपुरा के विकास को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा होने लगी। त्रिपुरा में लंबे समय वापमंथी पार्टी सीपीआई(एम) सत्ता में है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार सीधे और सरल व्यक्ति माने जाते हैं। ऐसे में दीपा का बयान सीधे वहां के विकास पर सवाल खड़ा करता है और उसी नजर से उसपर चर्चा की जाने लगी है।
वरिष्ठ पत्रकारों ने सवाल खड़े किए
कई वरिष्ठ पत्रकारों ने दीपा के बयान को सीधे त्रिपुरा के विकास से जोड़ दिया। वरिष्ठ टीवी पत्रकार चंद्र प्रकाश ने तो दीपा के इस बयान के बहाने मीडिया पर भी निशाना साधा – उन्होंने फेसबुक पर लिखा – “जिमनास्ट दीपा करमाकर ने त्रिपुरा की गई गुजरी हालत के बारे में जो कुछ कहा है वैसा किसी ने गुजरात के बारे में बोल दिया होता तो आज प्राइम टाइम का टॉपिक हो जाता।”