Report : Priyanka Goswami
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर उनकी सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। गहलोत ने आशंका जताई कि गुजरात और राजस्थान में राज्यसभा के चुनावों में इरादतन दो माह की देरी की गई क्योंकि वे ‘खरीद-फरोख्त’ पूरी नहीं नहीं कर पाए थे। विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका के कारण कांग्रेस ने बुधवार को राजस्थान के अपने विधायकों को एक रिसॉर्ट में पहुंचा दिया।
द वेब रेडियो से साभार
अशोक गहलोत ने बीजेपी पर सीधे साजिश का आरोप मढ़ा
सीएम गहलोत का कहना है, “चुनाव यहां है। इसे दो महीने पहले कराया जा सकता था, लेकिन उन्होंने गुजरात और राजस्थान में ‘खरीद और बिक्री’ को पूरा नहीं किया था, इसलिए उन्होंने इसमें देरी की। चुनाव अब होने जा रहे हैं और स्थिति जस की तस है।”इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि राज्य में उनकी पार्टी को गिराने का प्रयास किया जा रहा है। पाटी ने इसस संबंध में राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत दी है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि उसके विधायकों और कांग्रेस सरकार का समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों को ‘खरीदने’ की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों को भी चेताया
मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ हुई बैठक के बाद कहा, “आप कब तक हॉर्स ट्रेडिंग में शामिल होकर राजनीति करेंगे। इसमें हैरानी नहीं होगी यदि कांग्रेस उन्हें आने वाले समय में झटका दे। जनता सब कुछ समझती है.” इन विधायकों को शिव विलास रिसोर्ट में ठहराया गया है। उन्होंने बैठक को “लाभदायक” बताया और कहा कि “सभी एकजुट है।”
मुख्य सचेतक महेश जोशी का पत्र
राजस्थान विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कांग्रेस नेता महेश जोशी ने एक पत्र में कहा, “मुझे विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से पता चला है कि हमारे विधायकों और निर्दलीय विधायकों को लुभाने की कोशिश की जा रही है। पत्र में कहा गया है कि यह संविधान की भावना और निंदनीय कृत्य के खिलाफ है। ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें। पत्र में हालांकि सीधे तौर पर बीजेपी का नाम नहीं लिया गया है लेकिन इशारा इसी पार्टी की ओर है।
गौरतलब है कि यह पत्र ऐसे समय सामने आया है जब राज्यसभा चुनावों के लिए 19 जून को मतदान होना है। राजस्थान में तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है, जिसमें से दो कांग्रेस और एक बीजेपी के पक्ष में जाने की उम्मीद है।