नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में अभी वक्त है, लेकिन चुनाव से पहले ही राजनीतिक दलों के बीच सांठ-गांठ शुरू हो गई है। जहां भाजपा अपनी स्थिति मजबूत करने में लगा है और पीएम मोदी लगातार रैलियां करने लगे हैं तो वहीं विपक्ष भाजपा के खिलाफ खुद को मजबूत करने में जुट गया है। विपक्ष महागठबंधन तैयार करने में जुट गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ रणनीति तैयार करने में जुट गई है। इसी रणनीति के खिलाफ वो लगातार विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर उन्हें एक सूत्र में लाने की तैयारी कर रही हैं।
विपक्ष को एक साथ लाने के लिए ममता बनर्जी लगातार अलग-अलग दलों ने नेताओं से मुलाकात कर रही है। ममता बनर्जी ने कहा है कि 2019 में बीजेपी के ख़िलाफ़ विपक्ष का साझा नेतृत्व होगा। इस मकसद से वो तीन दिनों के लिए दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। वो आज कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगी। सोनिया गांधी के साथ मुलाकात करने के बाद वो संसद में दोपहर 12.30 से शाम चार बजे तक विपक्षी दलों के सांसदों से मिलेंगी। फिर शाम 5 बजे वो तृणमूल के सांसदों से संसद में मुलाकात करेंगी।
शाम छह बजे वो कर्नाटक भवन में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से मुलाकात करेंगी, जबकि रात 8 बजे साउथ एवेन्यू में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करेंगी। ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि बीजेपी से मुकाबले के लिए विपक्षी मोर्चा सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव में उतरेगा। विपक्ष की एकता का प्रद र्शन करने के लिए ममता ने अगले साल 19 जनवरी को कोलकाता में म हारैली रखी है। इस रैली का लक्ष्य विपक्षी एकता का प्रदर्शन करना है।