अरविंद केजरीवाल मंत्रिमंडल के मुकुट को सुशोभित करने वाला एक और ‘हीरा-मोती’ मंत्री सेक्स स्कैंडल के बाद मंत्रिमंडल से बाहर किया गया। 7-8 मंत्रियों की सरकार में से एक मंत्री फर्जी डिग्री के आरोप में बाहर हुआ। दो मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप से बाहर हो चुका है और अब एक और मंत्री जिसके पास महिला महकमे की जिम्मेदारी थी उसे दर्जनों महिलाओं के साथ रंगरेलियां मनाते हुए पकड़े जाने के बाद मंत्रिमंडल से बाहर किया गया है। केजरीवाल ने चुनाव के समय बिना जांचे-परखे आंख मूंद कर टिकट बांटा था। तब प्रशांत भूषण ने दागदार उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की थी जिसमें संदीप कुमार जैसा भोगी उम्मीदवार भी शामिल था। पर दागियों को हटाने की बजाय केजरीवाल ने प्रशांत भूषण को ही पार्टी से हटा दिया। अगर केजरीवाल ने प्रशांत भूषण को पार्टी से नहीं निकाला होता तो आज उन्हें एक-एक करके अपने भ्रष्ट, चोर और लुच्चे मंत्रियों को निकालने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता।
मनीष सिसोदिया कह रहे हैं कि आरोप लगने के आधे घंटे बाद मंत्री संदीप कुमार को बाहर का दरवाज़ा दिखा दिया गया….
जिनकी शिकायत पर केजरीवाल को सेक्स स्कैंडल में फंसे अपने मंत्री को हटाना पड़ा उनका नाम है ओम प्रकाश। शिकायतकर्ता ओम प्रकाश ने कहा है कि उन्होंने दिल्ली सरकार के महिला विकास मंत्री संदीप कुमार की सेक्स सीडी केजरीवाल तक 15 दिन पहले ही पहुंचा दी थी लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री चुपचाप बैठे रहे। अब सवाल उठना तो लाज़िमी है…लोग तो पूछेंगे ही कि केजरीवाल जी क्या आपने मामले को दबाने की कोशिश नहीं की?