गुरूग्राम। दिल्ली से सटे गुरुग्राम के बड़े स्कूलों में शामिल रायन इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी में पढ़ने वाले छात्र प्रद्युम्न की जिस तरह से स्कूल कैंपस में हत्या की गई वो बेहद हैरान कर देने वाला है। हत्या के कुछ ही घंटों बाद बस कंडक्टर का जुर्म कबूल कर लेना भी संदेह के घेरे में आता है। जिस स्कूल को हम मोटी फीस चुकाकर अपने बच्चे के भविष्य को संवारने की जिम्मेदारी देते हैं उसी स्कूल ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
प्रद्युम्न की हत्या के बाद कई ऐसे राज सामने आए हैं, जिसने इस स्कूल के घिनौने चेहरे से पर्दा हटा दिया है। प्रदुयम्न के साथ पढ़ने वाले बच्चों ने खुलासा किया कि स्कूल ने बच्चों से ही खून के निशान साफ कराए। एक न्यूज चैनल पर प्रद्यूम्न के पिता ने कहा कि बच्चों ने उन्हें बताया कि उनसे ही खून के निशान साफ कराए गए। पिता सुबोध ने कहा कि मेड क्लास में आई और उसने कहा कि प्रद्युम्न के बैग में डायरी निकाल कर लाओ उसे चोट लग गई है। फिर कुछ देर बाद प्रद्युम्न के बैग से ही बोतल निकलवाई और उसी पानी से खून साफ कराया।
बच्चों ने बताया कि उनसे ही टॉयलेट रूम में फैले खून को साफ कराया गया। सुबोध के अनुसार उन्हें यह बात उनकी बेटी ने बताई। आपको बता दें कि 7 साल के प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या की गई और फिर शव को शौचालय में डाला गया था। आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब रियान में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे है। इससे पहले बीते साल जनवरी में रायन इंटरनेशनल स्कूल की दिल्ली के वसंत कुंज स्थित शाखा में भी एक बच्चे की पानी की टंकी में लाश मिली थी।