दर्जनों बच्चियों से यौन-शोषण मामले में नितीश कुमार बैक फुट पर,विरोधियों का था जबरदस्त दबाब।
मुजफ्फरपुर बालिका सुरक्षा गृह यौण शोषण मामले में सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं करने को लेकर लगातार चारो तरफ से नितीश कुमार और सरकार पर जबरदस्त दबाबके बाद अब नितीश कुमार ने मामले की जांच सी बी आई को सौंपने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा बाकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी सूचना दी गई है। इसमें कहा गया है कि मुजफ्फरपुर में बहुत ही घृणित घटना घटी है और पुलिस द्वारा इसकी मुस्तैदी से जांच की जा रही है। सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है, किन्तु एक भ्रम का वातावरण बनाया जा रहा है। भ्रम का वातावरण नहीं रहे, इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव,पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के प्रधान सचिव को तत्काल इस सम्पूर्ण मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया है।
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रहने वाली मासूम बच्चियों के साथ रेप जैसी घिनौनी वारदात के खुलासे के बाद से सूबे की सियासत में भूचाल आ गया है। विपक्ष इसे लेकर लगातार सरकार पर हमलावर है। सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी लेकिन राज्य सरकार ने इससे इनकार कर दिया था। मामले में आग में घी का काम उस वक्त किया जब एक महिला मंत्री के पति का नाम इस मामले में आया और केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कह दिया कि अगर राज्य सरकार सीबीआई जांच की मांग करती है तो केन्द्र इसके लिए तैयार है। मंत्री पति पर आरोप और राजनाथ के इस बयान के बाद से नीतीश सरकार की मुश्किलें और बढ़ गई और सीधे तौर पर सीबीआई जांच नहीं कराने के मामले में आरोपियों को बचाने और उससे सांठ-गांठ का आरोप लगने लगा।
ऐसे में अब नितीश कुमार के पास इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं बच रहा था। दूसरी ओर विपक्ष अब नितीश कुमार पर इस्तीफे का दबाब भी बना रहा है,देखना है इस नए संकट से नितीश कुमार कैसे उबर पाते हैं?