पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका आश्रय गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म के मामले न केवल बिहार को बल्कि पूरे देश को झगझोर कर रख दिया है। बालिका गृह में बच्चियों को आश्रय देने के नाम पर उनका शारीरिक उत्पीड़न किया जाता था। बच्चियों को छत और दो वक्त की रोटी देने के बदले उनसे जबरन गलत काम करवाए जाते थे। इस मामले में न केवल बिहार सरकार की पोल खोल दी बल्कि सरकार के गले का फांस बन गया है। नीतीश सरकार की हालात ऐसी हो गई है कि वो न तो इस मामले पर चुप्पी साध सकती है और खुलकर बोल सकती है। ये बेबसी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर साफ-साफ देखने को मिली। इस घटना के बाद आलोचना झेल रहे नीतीश ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बस इतना कहा कि भले ही आप लाख अच्छे काम कर लो, कोई नहीं पूछता, लेकिन अगर कहीं कोई एक बुरा काम सामने आ जाए तो चौतरफा आलोचना होती है। नीतीश ने कहा कि में भरोसा दिलाता हूं कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा और न ही किसी कोई समझौता किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर हमें गाली देना है तो दीजिए।
नीतीश के गले की फांस बना मुजफ्फरपुर कांड
नीतीश ने कहा कि जिसने गलत किया है वो जेल जाएगा। उसे बचाने वाला भी जेल जेल जाएगा। मामले की आलोचना तो सब कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से मामले पर सख्ती और तेजी के साथ कार्रवाई की गई है, लोगों को उस कार्रवाई और सकारात्मक पहलू पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने बिहार की जनता को राज्य में कानून व्यवस्था सुधारने का वादा किया था और हम उस वादे को पूरा करके रहेंगे। प्रदेश में अपराध पर काफी हद तक लगाम लग चुकी है और बाकी जो कमी है उसे भी पूरा किया जाएगी। इस मामले में एक भी आरोपी बाहर नहीं दिखेगा। हर आरोपी को जेल भेजा जाएगा।
लाख अच्छा काम करो, एक बुरा हो जाए तो हो जाते हैं बदनाम
नीतीश ने घटना को लेकर कहा कि इस मामले में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। हर आरोपी को सजा मिल कर रहेगी। आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका आश्रम कांड को लेकर बिहार से दिल्ली तक नीतीश सरकार की फजीहत हो रही है। इस कांड के खुलासे के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दबाव में दिख रहें है। विपक्ष लगातार हमले कर रहा है। जनता सड़कों पर उतर आई है तो दिल्ली के जंतर-मंतर पर विपक्षी एकजुटता ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है।