नई दिल्ली। बिहार में सुशासन के दावे कर रही नीतीश सरकार के शासन में बिहार में फिर से मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। बिना किसी अपराध के भीड़ ने युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी। भीड़ ने बिना कुछ सोचे समझे युवक को मौत के घाट उतार दिया। युवक सीतामढ़ी बाजार अपनी दादी की बरसी के लिए सामान लेने जा रहा था,लेकिन बिना किसी कसूर के लोगों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। युवक की पहचान सहियारा थाना क्षेत्र के सिगंहरीया गांव निवासी रूपेश कुमार झा पुत्र के तौर पर हुई है। रूपेश के चाचा सुनिल कुमार झा के मुताबिक कल उनकी मां का बरसी है, जिसके लिए रुपेश सामान खरीदने अपने दोस्त के साथ सीतामढ़ी शहर जा रहा था।
रास्ते में पिकअप वाले से साइड को लेकर उनका विवाद हो गया। पिकअप ड्राइवर ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद वहां भीड़ जमा हो गई और लोगों ने युवक को पकड़ लिया । लोगों ने बिना कुछ सोचे समझे रुपेश की पिटाई शुरू कर दी। लात-धूंसे, लाठी डंडों से उसकी जमकर पिटाई कर दी। वो लोगों से मदद मांगता रहा,लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। घटना के काफी देर बाद रीगा पुलिस मौके पर पहुंची। युवक को इलाज के लिए फौरन सदर अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन परिजन बेहतर इलाज के लिए उसे निजी अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने उसकी गंभीर स्थिति देखते उसे पीएमसीएच रेफर किया, जहां देर रात तकरीबन 11 बजे उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं करने को लेकर परिजनों से एक पत्र भी लिखवा लिया लेकिन परिजनों ने कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए।