जुबानी जंग में भूलने लगे हैं मर्यादा,भाजपा नेता ने राहुल को लोफर कहा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अलवर मॉब लिन्चिंग की घटना को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार और बीजेपी पर कड़ा प्रहार किया है।राहुल ने ट्वीट कर कहा, पुलिसकर्मी भीड़ के हमले में घायल रकबर खान को समय से अस्पताल नहीं ले गए जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी रास्ते में चाय-नाश्ते के लिए रूक गए। पुलिसकर्मियों ने घायल रकबर उर्फ़ अकबर को अस्पताल पहुंचाने में 3 घंटे से ज्यादा समय लगा दिए जबकि अस्पताल घटनास्थल से केवल 6 किलोमीटर की दूरी पर था।
राहुल ने मोदी पर व्यंग भाषा में कहा, यह मोदी का बर्बर ‘न्यू इंडिया’ है जहां मानवता की जगह घृणा ने ले ली है और लोगों को कुचला जा रहा है। इनदिनों राहुल निखरते जा रहे हैं और मुद्दों पर ज्यादा हमलावर भी हो रहे हैं। खासकर अविश्वाश प्रस्ताव के दिन सदन में जिस तरह से हमलावर हो रहे थे लग रहा था मानो राहुल ने इस बार बड़ा होम वर्क कर रणनीति बनाया।
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान जिस वक्त राहुल गांधी का भाषण चल रहा था, फेसबुक और ट्विटर पर प्रतिक्रियाओं की बरसात हो रही थी। यह बात साफ थी कि पूरा देश सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता के भाषण को बहुत गंभीरता से ले रहा है।
भाषण को लेकर सोशल मीडिया पर एक बड़े तबके की प्रतिक्रिया सकारात्मक थी। लोग यह मान रहे थे कि राहुल गांधी कम्युनिकेटर के तौर पर पहले से बेहतर हुए हैं। वे तथ्यपरक ढंग से अपनी बात रख रहे हैं और उनकी शैली में उसी तरह की आक्रमकता है, जो भारत में राजनीति करने वाले किसी शख्स में होनी चाहिए। ये सारी बातें अभी तक राहुल में पहले कभी नजर नहीं आयी।
सदन में भाषण देने वक्त राहुल गांधी ने यह कहा कि नरेंद्र मोदी भले ही उनसे नफरत करें लेकिन उनके मन में प्रधानमंत्री को लेकर कोई दुर्भावना नहीं है। इसके बाद राहुल अति नाटकीय तरीके से पीएम की सीट तक पहुंचे और उनसे गले लग गये। ये राहुल में आया बड़ा परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है।
राहुल लगातार कहते आए हैं कि भारतीय राजनीति में नफरत बहुत बढ़ गई है, यह नफरत कम होनी चाहिए। हालांकि गले मिलने तक राहुल का स्क्रिप्ट सही था लेकिन राहुल ने अचानक पास बैठे एक कांग्रेसी सांसद को देखकर आंख मारी और उसके बाद कहानी पूरी तरह बदल गई। लगा मानो राहुल ने स्क्रिप्ट राइटर के लिखे से कुछ अलग कर बैठे। यहीं राहुल से चूक हुयी और इसके बाद भाजपा पूरी तरह से बौखला गयी। रही सही कसर तब पूरी हो गयी जब राहुल ने एक बार फिर अलवर घटना पर पी एम मोदी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि यही मोदी का बर्बर न्यू इंडिया है। हलाकि भाजपा में एक से बढ़कर एक बोलनेवाले लोग हैं जो आग उगलते हैं। संसद की घटना के बाद कई नेताओं ने राहुल पर कई तरह के तंज कसे। पर अब ताज़ा मामला गोवा से है जहाँ भाजपा प्रवक्ता ने अमर्यादित तरीके से राहुल की आलोचना की है।
भारतीय जनता पार्टी गोवा ईकाई के प्रवक्ता ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना लोफर से कर दी है। एक प्रेस नोट में बीजेपी प्रवक्ता दत्ताप्रसाद नाइक ने कहा कि राहुल को अभी मुद्दों की समझ नहीं है इसलिए वह लोकतंत्र के मंदिर में पीएम मोदी को गले लगाकर लोफरों की तरह आंख मार रहे थ ।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिए गए भाषण के बाद अपनी सीट से उठकर पीएम मोदी को गले लगाया था। उनके इस कारनामे से संसद समेत पूरा देश हैरान हुआ था लेकिन कुछ ही देर बाद राहुल जब अपनी सीट पर वापस लौटे तो उन्होंने आंख मारी थी। जिसके बाद पूरे देश में चर्चाएं गरमा गई थीं।
ऐसे में ज्यों ज्यों राहुल के तेवर में बदलाव आता जायेगा निश्चित तौर पर राहुल के खास विरोधी भाजपा की बेचैनी बढ़ेगी। पर बेचैनी और तल्खी इस कदर भी नहीं बढ़नी चाहिए कि गरिमा के दायरों को भी कुछ न समझे। लोक तंत्र में बोलने का तो हक़ है पर तहजीब और सलीके से।