नई दिल्ली। 20 महीने की मेहनत के बाद पाकिस्तान की जेल में कैद भारतीय कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी उन्हें देख पाई। कांच की दीवार के बीच जाधव अपनी मां और पत्नी को देख सके। बंदिशों की बीच इस्लामाबाद में हुई इस मुलाकात में जाधव परिवार की महिलाओं के साथ अत्याचार लकिया गया, उन्हें अपमानित किया गया, लेकिन अपने बेटे और अपने पति को देखने के लिए दोनों महिलाओं ने इस अपमान के घूट को पी लिया। सुरक्षा के नाम पर जिस तरह से दोनों महिलाओं को प्रताड़ित किया गया वो पाकिस्तान की नीचता का नतीजा था। इसते कष्ठ झेलने के बावजूद एक बेबस मां अपने बेटे को कलेजे से लगा तक नहीं पाईं। वहीं पत्नी को विधवा के तौर पर पति के सामने पेश किया गया। कुलभूषण जाधव की पत्नी चेतना जाधव और मां अवंति को पल-पल अपमानित किया गया। जाधव परिवार की दोनों महिलाओं के सारे सुहाग चिह्न तक उतरवा लिए गए। मंगलसूत्र, बिंदी और तो और कपड़े तक बदलवा लिए गए। पल-पल परिवार की वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए नजर रखी गई। दिल्ली से दुबई के रास्ते इस्लामाबाद पहुंची अवंति और चेतना जाधव को बाथरूम के इस्तेमाल के लिए भी भारतीय उच्चायोग पहुंचने का इंतज़ार करना पड़ा। पाकिस्तान ने सोची समझी रणनीति के तहत दोनों महिलाओं को जानबूझकर परेशान किया और वादाखिलाफी करते हुए उन्हें मीडिया के तीखे सवालों के सामने झोंक दिया। अवंति और चेतना जाधव को सीना छलनी करने वाले सवालों से जूझना पड़ा। पाक मीडिया ने भी अपनी असली औकात दिखाई और उन महिलाओं से पूचा कि कातिल की मां और बीवी के तौर पर पाकिस्तान आकर कैसा लग रहा है? कांच की दीवार के बीच होने वाली मुलाकात के लिए दोनों महिलाओं के सिर के बालों की भी चैकिंग की गई। 41 मिनट तक चली इस मुलाकात में उन्हें हिंदी या अंग्रेजी बोलने को कहा गया। जाधव की मां के मुताबिक उन्हें बिल्कुल भी नहीं लग रहा था कि वो उनका बेटा कुलभूषण जाधव है। वो रटे-रटाए जवाब दे रहा था। पाकिस्तान की जुबान बोल रहा था। अवंती बार-बार बेटे को बोल रही थी कि वो झूठ क्यों बोल रहा था, लेकिन कुलभूषण बेहद बनावटी तौर पर बात कर रहे थे। मुलाकात के तनाव का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि पत्नी चेतना जाधव अपने पति से बात भी नहीं कर सकी। उन्हें कुलभूषण के माथे, कान पर चोट के निशान और चेहरे पर सूजन भी नोटिस किए। मां और पत्नी ने इस मुलाकात को लेकर विदेश मंत्रालय के सामने जो सच्चाई सामने रखी वो रोंगटे खड़े कर देने वाला है। परिवार को उम्मीद है कि उनका बेटा जल्द घर लौट पाएगा। वहीं सरकार ने भी उन्हें भरोसा दिलाया है कि वो कुलभूषण जाधव को छुड़ाने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे। लेकिन इस मुलाकात ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि पाकिस्तान नीचता दिखाने से बाज नहीं आ सकता है।