लालू के गेट पर बंधे काले कपड़े को जादू-टोने के रूप में देखा जा रहा है। लालू ने कहा,’कोर्ट पर पूरा भरोसा है’
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का परिवार एकबारगी फिर मुसीबतों से घिर गया है। जहां एक ओर लालू बीमार होने के बावजूद कोर्ट के आदेश के बाद पटना से रांची रवाना हुए तो वहीं रेलवे टेंडर घोटाले में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में हाजिर होने के लिए राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव भी दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस बीच बुधवार को लालू के घर के गेट पर काला जादू का टोटका भी दिखा, जो चर्चा में है। लालू-राबड़ी आवास के मेन गेट पर एक काला कपड़ा बांधा गया है।
कहा जा रहा है कि लालू परिवार पर हो रही खतरों की लड़ी लगने की वजह कोई काला जादू बताया जा रहा है। दूसरी ओर लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप काशी विश्वनाथ का दर्शन करने बनारस गए हुए हैं। लालू-तेजस्वी-राबड़ी के दिल्ली और रांची जाने से पहले लोगों की नजर लालू आवास के बाहर गेट में बंधे काले कपड़े पर गई तो इसे लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं।दरअसल, 10 सर्कुलर रोड स्थित लालू-राबड़ी आवास के मेन गेट पर एक काला कपड़ा बांधा गया है और यह काला कपड़ा बिहार की सियासत का नया मुद्दा बन गया है। लोगों का कहना है कि लगता है दिन-ब-दिन कानूनी शिकंजे में कसते और घोटालों में फंसे लालू परिवार को अब काले कपड़े के काले जादू पर भरोसा है। ये पहली बार नहीं है जब लालू के गेट पर टोटका नजर आया हो। इससे पहले तेज प्रताप की शादी के वक्त पूरे गेट को हरी मिर्च और नींबू से सजाया गया था। तब भी लोगों ने कहा था कि बुरी नजर से बचने के लिए नींबू-मिर्च का सहारा लिया गया है। अब काले कपड़े का क्या जादू है वो तो बाद में पता चलेगा।
खबरों के मुताबिक लालू यादव ज्योतिषियों की बात भी मानते हैं, इसीलिए उन्होंने कुछ दिनों तक मांसाहार का सेवन भी बंद कर दिया था। पहले तो उन्होंने कहा था कि शंकर भगवान ने स्वप्न में कहा था मांसाहारी खाना मत खाओ। लेकिन फिर वो खाने लगे थे लेकिन दुबारा से उन्होंने मांसाहार का सेवन बंद कर दिया था और कुर्ता पहनने लगे थे। चर्चा ये थी कि किसी ज्योतिषी ने लालू से एेसा करने को कहा है। लेकिन, बाद में पता चला कि उस ज्योतिषी को पार्टी विरोधी बयान देने पर लालू ने ही पार्टी से बाहर निकाल दिया था।अब जो काला कपड़ा गेट पर बांधा गया है वो किस ज्योतिषी की राय है अभी इसका खुलासा नहीं हो पाया है। कहीं बाद में ये ना कहा जाए कि इसे भी कहीं मोदी या नितीश कुमार ने तो नहीं बंधवा दिया है। फिलहाल अगले किसी बयान का बेसब्री से सबको इंतजार रहेगा।