शरद पवार की भूमिका अब होगी अहम 2019 के संग्राम में
राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए विपक्षी दलों ने एनसीपी नेता वंदना चव्हाण को अपना उम्मीदवार बनाया है। अब ऐसा माना जा रहा है कि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी मुखिया शरद पवार आनेवाले 2019 के लोक सभा चुनाव में विपक्षी एकता में खास रोल अदा करने जा रहे हैं। इसी वजह से अधिकांश विपक्षी दलों में यह सहमति बन गयी है कि पवार की पार्टी की वंदना लोक सभा उपसभापति की उम्मीदवार बन सकती है और एन डी ए को कड़ा टक्कर दे सकती है। ज्ञात हो दूसरी ओर भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने जेडीयू के हरिवंश को अपना उम्मीदवार बनाया है। उपसभापति पद के लिए राज्यसभा में नौ अगस्त को मतदान होगा। फिलहाल सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के पास जीत के लिए जरूरी आंकड़ा नहीं है और ऐसे में सबकी निगाहें बीजू जनता दल (बीजेडी) पर है। राज्यसभा में बीजेडी के नौ सांसद हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विपक्ष की प्रत्याशी के रूप में वंदना चव्हाण के नाम की घोषणा मंगलवार शाम तक की जा सकती है। खबर है कि शिवसेना उनका समर्थन कर सकती है, हालांकि अभी पार्टी की तरफ से ऐसा कुछ नहीं कहा गया है। वंदना चव्हाण 2012 से राज्यसभा की सदस्य हैं। 57 वर्षीया वंदना चव्हाण पुणे की मेयर रह चुकी हैं। वंदना चव्हाण की बहन विनीता काम्टे का विवाह पुलिस अधिकारी अशोक काम्टे के साथ हुआ था, जो मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हुए थे। उनके पिता विजयराव मोहिते जानेमाने वकील थे। उनकी मां जयश्री मोहिते लेक्चरर थीं। उनके पति हेमंत चव्हाण भी वकील हैं। वो सिम्बायोसिस लॉ कॉलेज पुणे में पढ़ा चुकी हैं और पुणे बार एसोसिएशन की सचिव भी रह चुकी हैं।उन्होंने एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम है – लॉ ऑफ क्रूअलिटी, अबेटमेंट ऑफ सुसाइड एंड डॉवरी डेथ।