उत्तर-पूर्व में बढ़ चली एन आर सी मांग,अरुणाचल से भी बाहरियों को हटाने की मांग
अभी आसाम में एन आर सी पर देश भर में बहस चल ही रही है कि एन आर सी के तौर पर अरुणाचल में भी युवा फ्रंट पर आकर बाहर के लोगों का विरोध शुरू कर दिया है। असम में एनआरसी के अंतिम मसौदे में 40 लाख लोगों को बाहर रखने के तीन दिनों बाद अब पड़ोसी अरुणाचल प्रदेश के ताकतवर छात्र संघ ने राज्य में बिना वैध कागजात के रहने वाले तमाम लोगों को 15 दिनों के भीतर अरुणाचल छोड़ने का निर्देश दिया है।
अखिल अरुणाचल प्रदेश छात्र संघ (आप्सू) ने यहां जारी एक बयान में कहा है कि वह गैर-अरुणाचल वासियों को यहां से निकलने का मिशन शुरू करेगा और जितने भी लोग बिना वैध कागजात या अनुमति के बिना पाए जायेंगे उनसे एलान के तौर पर कहा गया है कि वो स्वतः ही प्रदेश छोड़ दें। यदि वो स्वतः ऐसा नहीं करते हैं तो फिर जबरन निकासी अभियान शुरू किया जायेगा। इसके लिए लोगों को 15 दिनों का समय दिया गया है। आप्सू महासचिव तोबोम दाई ने कहा कि ऐसी बहुत ज्यादा संभावना है कि असम में एन आर सी से बाहर होने वाले अवैध आप्रवासी अरुणाचल में घुसने का प्रयास कर सकते हैं।
राज्य से गैर-अरुणाचलियों को भगाने के लिए ऑपरेशन क्लीन ड्राइव चलाने के लिए आप्सू ने एक समिति का भी गठन किया है। दाई ने यहां रहने वाले लोगों से परेशानी से बचने के लिए इनर लाइन परमिट व दूसरे दस्तावेज साथ रखने का कहा है। उन्होंने कहा कि उक्त अभियान का मकसद राज्य में बिना किसी वैध दस्तावेज के रहने वाले लोगों को बाहर निकालना है।
इससे पहले राज्य सरकार ने बीते सप्ताह जरूरी परमिट के बिना रहने वाले लोगों की पहचान के लिए विभिन्न जिलों में एक अभियान शुरू किया था। इसके तहत तिराप जिले में इनर लाइन परमिट के बिना रहने वाले 15 लोगों को हिरासत में लिया गया था ।
परमिट के बिना यहां आने वाले 20 लोगों को भी इटानगर से वापस भेजा गया है। आप्सू ने राज्य के खांडू सरकार से राज्य की सीमा पर जांच चौकियों की तादाद बढ़ाने और घुसपैठ रोकने की दिशा में ठोस पहल करने की अपील की है।ऐसा नहीं किया जाता है तो उनके द्वारा मिशन को पूरजोर तरीके से राज्य में चलाया जायेगा। इसलिए किसी भी अनहोनी से बचने के लिए सरकार और बाहरी (अवैध )दोनों को चेतावनी भरे लहजे में महज 15 दिनों का समय दिया गया है।
ज्ञात हो कि राज्य में पहले से भी इस तरह कि मुहीम चलती रही है जिसमे स्थानीय लोगों खासकर आदिवासियों और मूल निवासियों के हित की बात की जाती रही है। छात्र संघ ने भी कई बार उग्र आंदोलन भी किया है जिसमे अवैध लोगों को अरुणांचल से बाहर निकलने की मांग की जाती रही है। अब जबकि आसाम में एन आर सी के द्वारा अवैध लोगों की पहचान कर बाहर निकालने का अभियान शुरू हो गया है ऐसे में यहाँ की मांग अब और जोर पकड़ सकती है।