बेतिया । केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने लक्ष्य इंटरनेशल स्कूल का उद्घाटन करते हुए कहा कि नए भारत की नींव गढ़ने के लिए स्कूली शिक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। कुशवाहा ने कहा कि सही शिक्षा से ही सोच बदलेगी और तभी देश का समुचित विकास हो सकता है। साथ ही मंत्री ने कहा कि जब हमसे यहां आने के लिए समय लेने स्कूल मैनेजमेंट आया तो हमने कहा था कि ३० मिनट से ४५ मिनट तक का वक़्त दे पाउँगा और हमें ख़ुशी और गर्व है कि जो कहा गया उसे पूरा किया . हम यही सोच अपने बच्चों को दे पाए तो उससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता . शिक्षा वही है जो कहें वो पूरा करें .
उद्घाटन के अवसर पर मौजूद प्रख्यात पत्रकार और शिक्षाविद् अनुरंजन झा ने कहा कि बापू ने आज से सौ साल पहले इसी चम्पारण से बुनियादी शिक्षा की नींव रखी थी और आज सौ साल बाद फिर से शिक्षा की बुनियाद को दुरुस्त करने की जरुरत महसूस की जा रही है और यही इस स्कूल का लक्ष्य हो जाए तो समझिए लक्ष्य सफल है, लक्ष्य इंटरनेशल है।
कार्यक्रम में मौजूद पश्चिम चम्पारण के सांसद संजय जयसवाल ने नई तकनीक के साथ शिक्षा को जोड़ने के लिए स्कूल मैनेजमेंट की तारीफ की और कहा कि शिक्षा के रास्ते ही समाज को समान अधिकार दिलाया जा सकता है। टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति के मंच से पांच करोड़ रुपए की राशि जीतने वाले सुशील कुमार ने कहा कि ज्ञान ही हमें सारी बाधाओँ और सारी समस्याओँ के बाहर निकालता है। ज्ञान ही आपमें उर्जा और आत्मविश्वास भरता है और उसकी मैं साक्षात देन हूं, अगर मैं अपने अल्पज्ञान से आपके सबके बीच मंच पर मौजूद हूं तो आप लोग अपनी लगन और मेहनत से कहीं तक पहुंच सकते हैं।
लक्ष्य इंटरनेशनल स्कूल बेतिया शहर से सटे पश्चिम गुरवलिया में आरंभ हुआ है। नई तकनीकों से लैस इस स्कूल का सिलेबस सीबीएसई पाठ्यक्रम पर आधारित है और वर्तमान में नर्सरी से छठी कक्षा तक की शिक्षा दी जाएगी। तकरीबन पांच एकड़ में बने इस स्कूल को लक्ष्य एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाएगा।
लक्ष्य एजुकेशनल ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी ने कहा कि हम इस जिले के लोगों को बेहतर और उचित शिक्षा के जरिए सक्षम बनाने की कोशिश करेंगे और हमारा ध्यान हर छात्र के सर्वांगीण विकास पर होगा। स्कूल के उद्घाटन के मौके पर इन अतिथियों के साथ वरिष्ठ पत्रकार पुष्कर झा, विधायक नारायण साह, जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी के मौजूद थे। स्कूल के चेयरमैन कुंदन शांडिल्य , ट्रस्टी आशुतोष झा, परितोष झा समेत काफ़ी संख्या में मौजूद थे