ममता दीदी ने कविता के जरिये केंद्र को घेरा ,एन आर सी कविता की आत्मा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तृण मूल कांग्रेस सुप्रीमो अब कविता पाठ भी करने लगी है। इन दिनों ममता बनर्जी मोदी और मोदी सरकार पर जम कर बरस रही है। यूँ तो शुरू से ही ममता भाजपा और मोदी को नापसंद करती रही है और इसी कारण मोदी विरोधी अभियान की मुख्य सदस्य भी बनी रहती है। इस बार ममता गरज रही है आसाम में एन आर सी के कारन। ममता केंद्र की इस पहल की सख्त विरोधी है। ममता घुसपैठियों को अवैध नहीं मानते हुए इसे भारत की नागरिकता और सारे हक़ के समर्थन में उतर आयी है। इसी क्रम में ममता दीदी ने अपने ट्वीटर के जरिये एक कविता को शेयर किया।
कविता का शीर्षक है ‘परिचय’. जरा खुद देखिये ,
(बांग्ला से हिंदी में रूपांतरित )
‘तुम्हारी पदवी क्या है ‘
‘तुम्हारे पूर्वजों का परिचय क्या है ‘
‘भाषा क्या है,धर्म क्या है ‘
‘क्या खाते हो नहीं जानते हो ‘
‘तो जाओ इस पृथ्वी पर तुम्हारी कोई जगह नहीं ‘
‘तुम कौन हो तुम्हारा परिचय क्या है ?’
‘कहाँ रहते हो ,कहाँ से शिक्षा हासिल की ‘
‘सब बताओ नहीं तो तुम देशद्रोही हो ‘
‘तुम्हारे पांच पूर्वजो का नाम पंजीकृत है की नहीं ”तुम्हारा क्या गोबर धन अकाउंट है ?
नहीं ?तो फिर तुम घुसपैठिये हो।
इसके अलावा भी ममता ने मोदी के मन की बात पर उपहास कलरते हुए किखा है। मोदी के आधार और पैन के बारे में पूछा गया है। इसी तरह मोदी पर ममता बनेर्जी ने कटाक्ष किया है और कहा है अगर ऐसा साब नहीं तो तुम इस देश के नागरिक नहीं किसी और ग्रह के लोग है। इतना ही नहीं ममता ने इसके अलावा केंद्र की सरकार को और मोदी को घेरने की कोशिश की है। अब देखना है कि इस कविता का जबाब मोदी भी कविता से ही देते हैं या फिर कोई और तरीका अपनाते हैं।