चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी पार्टियों ने कमर कसना शुरु कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने से पहले चुनाव समिति का गठन किया है । यह समिति उम्मीदवारों के बारे में सुझाव देने के साथ ही चुनाव प्रचार पर भी अपनी राय रखेगी।
बीजेपी के इस चुनाव समिति में मुख्यमंत्री पद के दावेदार गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को जगह नहीं मिली है। हालांकि बीजेपी ने अपनी चुनाव समिति में दूसरे दलों से पार्टी में आए नेताओं को जगह दी है । गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ का एक विरोधी गुट भी है और उस गुट के लोगों को भी चुनाव समिति मे जगह मिली है। सांसद योगी को चुनाव समिति में जगह न देना कई अटकलों को जन्म दे रहा है। योगी आदित्यनाथ काफी मुखर वक्ता और पार्टी के नेता हैं जब-जब योगी को पार्टी में तवज्जो नहीं मिली उन्होंने पार्टी के खिलाफ भी खुलेआम आवाज उठाई है।
प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने 27 सदस्यीय प्रदेश चुनाव समिति बनाई है उसमें केशव प्रसाद मौर्य के अलावा केंदीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र और उमा भारती को जगह मिली है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी को भी समिति में जगह दी गई है। इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा, अरूण सिंह, डॉ. महेंद्र सिंह, सुनील बंसल, ओम प्रकाश सिंह, विनय कटियार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही, लक्ष्मीकान्त बाजपेयी, सुरेश खन्ना, सुनील ओझा, वीरेन्द्र खटिक, रमेश बिधूड़ी, रामेश्वर चैरसिया, स्वतंत्रदेव सिंह, स्वाती सिंह, सलिल विश्नोई और पूर्व मंत्री रमाशंकर कठेरिया का भी नाम इस सूची में है।
सबसे दिलचस्प दूसरे दलों से पार्टी में आने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य, रीता बहुगुणा जोशी और ब्रजेश पाठक को भी उत्तर प्रदेश की चुनाव समिति में जगह मिलना है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने इस सूची की पुष्टि की है।