प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 नवंबर को 500 और 1000 के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा के बाद से रुपे कार्ड के प्रयोग में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। नोटबंदी के बाद से रुपे डेबिट कार्ड के उपयोग में 118.6 फीसदी की बढ़ौतरी हुई है, जबकि डेबिट और क्रेडिट कार्ड से होने वाले कुल लेन-देन में रिकॉर्ड 70.5 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार 9 से 15 नवंबर के बीच रुपे कार्ड से पीओएस मशीनों पर हुए लेनदेन में 200.6 फीसदी की वृद्धि हुई, जो करीब 46.6 लाख रुपये हैं। वहीं 1 से 8 नवंबर के बीच रुपे कार्ड से मात्र 15.5 लाख रुपये का लेनदेन हुआ था।
आपको बता दें कि ‘रुपे कार्ड’ भारत का स्वदेशी भुगतान प्रणाली पर आधारित एटीएम कार्ड है, जिसे 8 मई 2014 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्र को समर्पित किया था। एनपीसीआई ने रुपे कार्ड सेवा को अप्रैल, 2013 में ही शुरू कर दिया था, जिसमें देश के 10 बड़े बैंकों का सहयोग मिला हैं।