नोटबंदी का जिन्न अभी तक कायम है। नोटबंदी का असर कितना रहा और इसे किस तरह ले प्रचारित किया गया इसको जानने का नायाब तरीका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निकाला है। प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों से पिछले 3 महीने के दौरान की गई यात्राओं का ब्यौरा देने को कहा है। इस कवायद का उद्देश्य यह जानना है कि क्या इन मंत्रियों ने केंद्र सरकार की नोटबंदी और अन्य पहलों को बढ़ावा दिया या नहीं।
ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को इस काम के लिए मंत्रालयों के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।जानकारी के मुताबिक ‘सभी मंत्रियों को पिछले 3 महीने के दौरान उनकी शहर से बाहर की यात्रा के कार्यक्रमों का ब्यौरा देने को कहा गया है। जो मंत्री यात्रा पर नहीं थे तो उन्हें यह उल्लेख करना चाहिए कि यदि वे दिल्ली में थे तो क्या वे कार्यालय गए।
इन मंत्रियों को सोमवार तक ब्यौरा देने को कहा गया है। इस कवायद का उद्देश्य यह जानना भी है कि क्या वे कार्यालय के कार्य और क्षेत्र के दायित्वों के बीच संतुलन बिठा रहे हैं। मोदी सरकार नोटबंदी को कालाधन के खिलाफ इतिहास की सबसे बड़ी मुहिम मानती है और नरेंद्र मोदी यह जानना चाहते हैं इसको जन जन तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार के मंत्रियों ने क्या प्रयास किए हैं