लखनऊ। नोटबंदी के साइटइफेक्ट देखने को मिल रहे हैं। बैंक से पैसे निकालने की सीमा तय है और कतारे भी लंबी है। ऐसे में लोग पैसों के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। हालत ये है कि नोटबंदी के बाद पैसों के लिए लोग नसबंदी तक कराने के लिए मजबूर हो गए हैं।
आपको बता दें कि राज्य सरकार की योजना के मुताबिक नसबंदी कराने पर पुरुष को सरकार की तरफ से 2000 रुपए और महिला को 1400 रुपए दिए जाते हैं। ऐसे में लोग पैसों के लिए नसबंदी की ओर बढ़ रहे हैं ताकि पैसों की किल्लत दूर हो सके और घर की जरुरतें पूरी हो सकें।
अलीगढ़ में रहने वाले पूरन शर्मा भी उन लोगों में से एक हैं, जो पैसों की किल्लत से परेशान होकर नसबंदी कराने पहुंच गए। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पूरन के पास खाने के लिए भी पैसे नहीं थे, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया। रिपोर्ट में दिए आंकड़ों के मुताबिक इस महीने में अलीगढ़ और आगरा जिलों में नसबंदी करवाने वालों की संख्या काफी अधिक बढ़ोतरी हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक जहां पिछले साल अलीगढ़ में 92 लोगों ने नसबंदी कराई थी। वहीं इस साल 9 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद 176 लोग नसबंदी करा चुके हैं। जबकि आगरा में पिछले साल नवंबर में 450 लोगों ने नसबंदी कराई थी, लेकिन इस बार नवंबर में 904 महिलाएं और 9 पुरुष नसबंदी करा चुके हैं।