तमिलनाडु में सियासी घमासान शुरु हो गया है। पहले पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, शशिकला की ताजपोशी की तैयारी हुई लेकिन अब शशिकला के शपथ ग्रहण पर ग्रहण लग गया है। वी के शशिकला के तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लेने पर एक ओर जहां अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ओ. पनीरसेल्वम जयललिता की समाधि पर आधे घंटे तक ध्यान में अकेले बैठे रहे।
समाधि से उठने के बाद पन्नीरसेल्वम ने कहा अम्मा ने सपने में आकर तमिलनाडु को बचा लेने के लिए कहा। जयललिता के सबसे भरोसेमंद शख्स पन्नीरसेल्वम तीन बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। दो बार जयललिता ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर गद्दी सौंपी और जब जयललिता जेल से बाहर आई तो उन्होंने उन्हें कुर्सी सौंप दी। तीसरी बार जयललिता के निधन पर पन्नीरसेल्वम सीएम बने। अब उनके बगावत से साफ हो गया है कि शशिकला के सीएम बनने का सपना अधूरा रह सकता है।
आज दिन में ही जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार ने भी शशिकला पर आरोप मढ़ा कि प्रदेश की जनता ने उनको सीएम के लिए नहीं चुना है ऐसे में उनका सीएम बनना दुर्भाग्यपूर्ण है। अब पन्नीरसेल्वम यह कह रहे हैं उनपर दबाव बनाकर उनसे इस्तीफा करवाया गया। लेकिन जयललिता चाहती थीं कि वो मुख्यमंत्री बने और प्रदेश की जनता तय करेगी कि कौन मुख्यमंत्री रहे।