नई दिल्ली। यूपी चुनाव से ऐन पहले मुलायम परिवार में शुरू हुआ झगड़ा अब चुनाव आयोग पहुंच गया है। लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में सीएम अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। अब अगली रणनीति सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर हक जताने की है। इसके लिए अखिलेश खेमा आज चुनाव आयोग जा सकता है।
इससे पहले कल राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। साथ ही शिवपाल सिंह यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने और अमर सिंह को पार्टी से निकालने का भी निर्णय लिया गया।
वहीं सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने रविवार को अखिलेश खेमे के इस अधिवेशन को ही असंवैधानिक करार दे दिया। इसके अलावा रामगोपाल यादव को तीसरी बार सपा से छह साल के लिए निकाल दिया। अब मुलायम ने 5 जनवरी को आकस्मिक राष्ट्रीय अधिवेशन जनेश्वर मिश्र पार्क में बुलाया है।
रविार को राजनीतिक घटनाक्रम में बदलाव के साथ सपा के अध्यक्ष बदलते ही अखिलेश समर्थक नए गुट ने सपा के प्रदेश कार्यालय पर कब्जा कर लिया। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव व उनके समर्थक समझे जाने वाले पार्टी पदाधिकारियों के कक्षों के बाहर लगी नेम प्लेटें उखाड़कर फेंक दी गई और फोटो को पैरों तले कुचल दिया गया। अखिलेश समर्थकों ने इस दौरान जमकर शिवपाल विरोधी नारे लगाए और अखिलेश को फिर से प्रदेश की बागडोर सौंपने की हुंकार भरी।