चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने आज पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले को साहसिक बताते हुए कहा कि यह एक जुआ है जो हर हाल में एक मिसाल पेश करेगा। भले ही यह सफल रहे या विफल साबित हो। चीन को भ्रष्टाचार पर इसके प्रभाव से सबक लेना चाहिए। अखबार ने ‘‘मोदी टैक्स ए गैम्बल विथ मनी रिफॉर्म’’ शीर्षक से एक संपादकीय लेख छापा है। जिसमें कहा गया है की नोट बंदी का कदम बहुत साहसिक है। हम इस बात की कल्पना नहीं कर सकते कि यदि चीन 50 और 100 युआन के नोट बंद देता है तो चीन में क्या होगा।’’ चीन में सबसे बड़ा नोट 100 युआन का है।
संपादकीय में कहा गया है, ‘‘नोटबंदी से भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को नहीं सुलझा सकता है जो पहले से चली आ रही समस्याओं को बढ़ाने में मदद करती हैं।’
14 नवंबर को इसी अखबार ने कहा था कि इस फैसले से भारत में भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नोटबंदी के एलान को चीनी मीडिया ने एक साहसिक और निर्णायक कदम बताया था लेकिन ये भी कहा था कि इस फैसले से भारत भ्रष्टाचार मुक्त नहीं हो सकता है। ग्लोबल टाइम्स में हीं छपी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने अचानक और चौंकाने वाला फैसला लिया है जिससे भारत में तबाही आने जैसे हालात पैदा हो गए हैं। लाखों लोग कतार में खड़े हैं ताकि वो अपने पुराने नोटों को बदल कर नए नोट ले सकें।