नोटबंदी के विरोध में विपक्ष द्वारा किया जा रहा देशबंद फेल हो गया है। नोटबंदी के बीसवें दिन आज देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद का आह्वान किया था। कांग्रेस ने पहले जनआक्रोश रैली करने का ऐलान किया लेकिन अंदरुनी रिपोर्ट में समर्थन न दिखते हुए पार्टी ने उसे जनआक्रोश दिवस के रुप में मनाने का फैसला किया।
बिहार में सत्ताधारी जेडीयू ने अपने सहयोगी दलों कांग्रेस और आरजेडी को पहले ही आगाह कर दिया था कि वो नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार के फैसले के साथ है और वो किसी भी बंद का हिस्सा नहीं बनेगी। सत्ताधारी पार्टी के बंद का विरोध करने से बिहार में किसी भी किस्म का असर नहीं देखा जा रहा है, हालांकि इक्का दुक्का रेल यातायात को लेफ्ट पार्टियों द्वारा बाधित करने की खबर आई है लेकिन लेफ्ट के द्वारा बुलाए गए बंगाल बंद का वहां कोई असर नहीं दिख रहा है।
उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी के बंद का हिस्सा होने के बावजूद छोटे शहरों को छोड़कर बंद का कहीं असर नहीं दिख रहा है। ऐसा लगता है कि बंद का आह्वान करने वाली ये पार्टियों भी खुद इस फैसले से इत्तेफाक नहीं रखती है।