भारतीय संसद के इतिहास में इस बार एक फरवरी को इतिहास रचा जाएगा। आजादी के बाद से ही 28 या 29 फरवरी को पेश होने वाला बजट इस बार 1 फरवरी को पेश हो रहा है। वित्त मंत्री इस बार जब बजट पेश करेंगे को महज तारीखों के बदलाव का इतिहास ही नहीं बदलेगा बल्कि पहली बार रेल बजट पेश नहीं होगा। इस बार से रेल बजट को भी आम बजट का ही हिस्सा बना दिया गया है। आजादी के 23 साल पहले से रेल बजट पेश किया जा रहा है, 93 साल में ऐसा पहली बार होगा जब रेल बजट पेश नहीं होगा।
मीडिया सरकार को मिली खबर के अनुसार वित्त मंत्री एक तरफ जहां टैक्स स्लैब में बदवाल कर 3.50 लाख रुपए तक की कमाई को कर मुक्त करेंगे। इससे आठ लाख रुपए तक की कमाई टैक्स फ्री हो जाएगी जो वर्तमान में 6.5 लाख है। GST के मद्देनजर सर्विस टैक्स 1.5 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया जाएगा। जो सबसे बड़ा बदलाव होगा वो सीधे बैंकिंग सुविधा से जुड़ा हुआ है। वित्त मंत्री अरुण जेटली अपने बजट भाषण में घोषणा करेंगे कि नए नियम के मुताबिक बचत खातों से 50 हजार रुपए से ज्यादा की रकम निकासी और 50 हजार से ज्यादा के कैश ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी टैक्स लगाया जाएगा।