उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का संग्राम रुकने का नाम नहीं ले रहा। अखिलेश यादव ने पार्टी की कमान अपने हाथ में लेने के बाद पहला बड़ा फैसला लिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद अखिलेश ने नरेश उत्तम को यूपी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। वहीं अखिलेश समर्थकों ने पार्टी कार्यालय पर कब्जा जमा लिया, कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी की। कार्यालय में शिवपाल यादव की नेमप्लेट उखाड़कर फेंक दी गई है।
लगातार चल रहे राजनैतिक घटनाक्रम में पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया, अमर सिंह को निष्काषित कर दिया गया और पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को पदमुक्त कर दिया गया। आपातकालीन राष्ट्रीय अधिवेशन में नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी पार्टी के मार्गदर्शक रहेंगे और हम उनसे सलाह लेते रहेंगे।
बाद में मुलायम सिंह यादव ने इस अधिवेशन को असंवैधानिक करार दिया और रामगोपाल यादव को आज एक बार फिर पार्टी से ६ साल के लिए निष्कासित कर दिया और ५ जनवरी को राष्ट्रीय अधिवेशन बुला ली। उधर प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने पर नरेश उत्तम ने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2017 हमारे लिए अच्छा होगा। मैं अखिलेश जी का धन्यवाद करता हूं। मैं उनके विश्वास को बनाए रखूंगा। अखिलेश यादव अब देश के नेता हो गए हैं। हम प्रदेश में लोकतंत्र को बनाए रखेंगे।