नई दिल्ली। अगर आपने भी नोटबंदी के बाद बैंकों में कैश जमा करवाया है तो ये खबर जरूर पढ़ें। दरअसल नोटबंदी के बाद संदिग्ध बैंक जमाओं के लिए जांच दायरे में आए 18 लाख लोगों में से आयकर विभाग ने 9 लाख खाताधारकों को संदिग्ध की श्रेणी में रखा है। आयकर विभाग के मुताबिक इन 9 लाख संदिग्ध खाताधारकों के खिलाफ कार्रवाई नई टैक्स छूट योजना की अवधि समाप्त होने के बाद की जाएगी।
यानी इन खाताधारकों के खिलाफ 31 मार्च के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन खाताधारकों से विभाग ने 15 फरवरी तक आय के स्त्रोत के बारे में जानकारी मांगी थी। जिन लोगों ने तय वक्त सीमा के भीतर विभाग के सवालों के जवाब नहीं दिए हैं अब उन्हें इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पूछे गए सवाल और अपनी नकदी जमाओं के पक्ष में मजबूत कानूनी स्पष्टीकरण होना चाहिए।
गैरतलब है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 8 नवंबर के बाद 5 लाख रुपए से अधिक की बैंक जमा करवाने वाले 18 लाख लोगों को अपने ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत एसएमएस तथा ईमेल भेजे थे। जिनमे से 18 लाख में से 5.27 लाख लोगों ने 12 फरवरी तक अपने जवाब दाखिल कर दिए थे।