देश जहां आज बजट पर नजर गड़ाए है और बजट की चर्चा कर रहा है वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश में अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत कर दी है। मायावती ने आज अपनी सभा में मेरठ में अखिलेश सरकार के साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर भी हमला बोला औऱ कहा कि इस अवसरवादी गठबंधन से प्रदेश की जनता को होशियार रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने यूपी में 37 वर्ष तक और केंद्र में 54 वर्ष तक काम किया, वह अपनी गलत नीतियों के कारण सत्ता से बाहर हो चुकी है। साथ ही मायावती ने कहा कि बीजेपी सांप्रदायिकता की राजनीति करती है और इससे जनता को सतर्क रहना चाहिए।
साथ ही मायावती ने कहा कि चुनाव में साम्प्रदायिक, जातिवादी व आपराधिक ताकतों को नष्ट करने के लिए बहुजन समाज पार्टी चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे के मामले में भी हमारी पार्टी ने सर्व समाज को उचित भागीदारी दी है।
यूपी में चोरी, डकैती, लूट मार, जमीनों पर कब्जे, महिलाओं के खिलाफ अपराध बहुत बढ़ गए हैं और सपा सरकार के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर दंगे समेत 500 छोटे बड़े दंगे प्रदेश में हुए इतना ही नहीं हमें दादरी और बुलंदशहर का दर्दनाक बलात्कार कांड नहीं भूलना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्देश में साफ तौर पर कहा है कि जाति और धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगा जा सकता है बावजूद इसके लगभग सभी पार्टियां चुनाव में इसे भुनाने में जुटी हैं। मायावती तो लगभग अपने हर भाषण में जाति और धर्म की जमकर बातें करती हैं औऱ कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाती हैं।