मुरादाबाद की अपनी रैली में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा एलान कर डाला। उन्होंने गरीबों से अपील की कि वे जिन लोगों के जनधन खातों में नोटबंदी के बाद पैसे आ गए हैं, वे अपने खातों से उन्हें निकालें नहीं। मोदी ने कहा कि गरीबों के खाते में जो पैसे डाले जा रहे हैं, वे गरीबों के हो जाएंगे और अपने काले धन को सफेद करने के चक्कर में उनमें पैसा डालने वाले जेल जाएंगे।
पीएम ने कहा कि अगर मैं भ्रष्टाचार से लड़ रहा हूं, तो क्या मैं गुनहगार हो गया हूं? क्या मुझे देश से भ्रष्टाचार को खत्म करने का प्रयास नहीं करना चाहिए? उन्होंने कहा कि मैं देश से सिर्फ भ्रष्टाचार मिटाना नहीं चाहता, बल्कि भ्रष्टाचार के लिए देश में सारे दरवाजे बंद करना चाहता हूं। पीएम ने कहा कि मैं इस कोशिश में लगा हूं कि जनधन एकाउंट में गैरकानूनी ढंग से पैसे डालने वाले जेल जायें और पैसा गरीबों को मिले। उन्होंने आगे ने कहा कि देश से भ्रष्टाचार को खत्म करना बहुत जरूरी है लेकिन जब इसके खिलाफ लड़ाई शुरू हुई है, तो लोग मुझे गुनहगार ठहराने में लगे हैं।
पीएम ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे गुनहगार ठहराने वाले मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मैं तो फकीर आदमी हूं, अपना झोला उठाकर चल दूंगा। लेकिन गरीबों को उनका हक दिलाकर रहूंगा। नोटबंदी से वही परेशान हैं, जिनके पास कालाधन है। मोदी ने कहा कि नोटबंदी से आम लोगों को जो परेशानी हुई है और जिस तरह उन्होंने सरकार को सहयोग दिया है, मैं उसे बेकार नहीं जाने दूंगा। ईमानदारी से जो कुछ भी हो सकता है मैं आपके लिए करूंगा।
मोदी ने इस रैली में कहा कि बड़े राज्यों के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं हैं। इस संदर्भ में उन्होंने उत्तर प्रदेश के साथ बिहार, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल का नाम लिया। मोदी ने कहा कि घोषणाएं करने वाली बहुत सारी सरकारें आईं और गईं, लेकिन यह पहली सरकार है जो जनता को पाई-पाई का हिसाब दे रही है। मोदी ने कहा कि 950 से ज्यादा गांवों में बिजली के खंभे पहुंचाने का काम पूरा हो गया है। नोटबंदी के बाद से मोदी की उत्तर प्रदेश में यह चौथी रैली थी।