Report: Sanjeev Kumar,MediaSarkar
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता चिन्मयानंद की गिरफ्तारी हो चुकी है, उसने अपने सारे अपराध भी कबूल कर लिया है .जेल पहुंचे 73 साल के पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद उर्फ कृष्णपाल सिंह पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा ‘376-सी’ लगा दी गई है.इस मामले में आरोपी पर आज सीधे-सीधे दुष्कर्म की धारा 376 न लगाना और उसके बदले 376-सी लगाना आने वाले कल के लिए पीड़ित पक्ष (लड़की) और जांच करने वाली एजेंसी के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है.
दोबारा बयान दर्ज कराने की मांग को लेकर अर्जी दाखिल की, लेकिन हाई कोर्ट ने उसे स्वीकार नहीं किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण व दुष्कर्म के आरोप लगाने वाली शाहजहांपुर की एलएलएम छात्रा को ब्लैकमेलिंग केस में इलाहाबाद हाई कोर्ट से राहत नहीं मिल सकी है। पीड़िता ने खुद की गिरफ्तारी पर रोक लगाने व कोर्ट में पहले दर्ज कराए गए बयान को गलत बताते हुए दोबारा बयान दर्ज कराने की मांग को लेकर अर्जी दाखिल की, लेकिन हाई कोर्ट ने उसे स्वीकार नहीं किया। स्वामी चिन्मयानंद पर छात्रा से दुष्कर्म करने व पीड़िता पर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप है। दोनों मामलों की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में सीलबंद लिफाफे में प्रगति रिपोर्ट के साथ केस डायरी पेश किया।
पूरा कांड ही गिरोहबंदी, ब्लैकमेलिंग, जबरन धन वसूली, यौन-उत्पीड़न का
यह पूरा कांड ही गिरोहबंदी, ब्लैकमेलिंग, जबरन धन वसूली, यौन-उत्पीड़न का लग रहा है. पूरे कांड की डरावनी पटकथा धोखेबाजी पर आधारित है. जब जहां जैसे भी जिसका दांव लगा, उसने सामने वाले का बेजा इस्तेमाल कर लिया.” उल्लेखनीय है कि आईपीसी की धारा 376 के तहत आरोप सिद्ध होने पर दोषी को 10 साल की कैद से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है. साथ ही अर्थदंड भी लगाया जा सकता है. लेकिन, धारा 376-सी के तहत आरोप सिद्ध होने पर अपेक्षाकृत कम पांच साल की कैद या अधिकतम 10 साल की कैद का प्रावधान है. साथ ही अदालत दोषी पर अर्थदंड भी लगा सकती है. दूसरी तरफ देखा जाए तो जिस तरह का रुख कोर्ट ने अख्तियार किया है उससे तो यही लगता है कि पीड़िता यानि कि लड़की भी इस खेल की माहिर खिलाड़ी बन गयी है और यही शातिराना काम उसके खिलाफ जा रहा है .
शुरुआत आरोपी चिन्मयानंद ने की. लड़की और उसके परिवार की आर्थिक हालत कमजोर होने की नस पकड़ कर. चूंकि आरोपी एक संस्थान के प्रबंधक/संचालक रहा है, लिहाजा उसने लड़की और उसके परिवार की ओर प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से आर्थिक व अन्य तमाम तरह से लाभान्वित किया, ताकि उनका शिकार (पीड़िता) खुद ही उन तक चलकर आ जाए, और मामला जोर-जबरदस्ती का भी नहीं बने. लेकिन ऐसा करते-सोचते वक्त षडयंत्रकारी भूल गया कि आने वाले वक्त में उसकी यही कथित चालाकी उसे धारा ‘376-सी’ का मुलजिम बनवा सकती है. और ऐसा ही हुआ.
पीड़िता व ब्लैकमेलिंग के अन्य आरोपियों के गहरे संबंध हैं
जेल भेजे गए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाने वाली कानून की छात्रा को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है. विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि चिन्मयानंद से जबरन धन वसूलने के लिए पीड़िता के दोस्त संजय सिंह तथा दो चचेरे भाइयों – सचिन और विक्रम ने चिन्मयानंद को फोन किया था और इस साजिश में पीड़िता भी शामिल थी.पीड़िता व ब्लैकमेलिंग के अन्य आरोपियों के गहरे संबंध हैं। इसको लेकर जांच टीम ने फोन कॉल रिकॉर्ड की सूची भी पेश की। बताया कि इन वीडियो क्लिपिंग की जांच कराई गई है। इसमें ब्लैकमेलिंग के आरोपियों संजय व सचिन उर्फ सोनू का पीड़िता से गहरे संबंध का खुलासा हुआ है। इनकी लोकेशन एक साथ पाई गई है। चार हजार से अधिक कॉल डिटेल मौजूद हैं।इस मामले में एसआइटी ने छात्रा को भी दोषी पाया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पर दुष्कर्म और शारीरिक शोषण के आरोप लगाए हैं.
चिन्मयानंद को गिरफ्तार किए जाने और जेल भेजे जाने के कुछ ही घंटों के बाद तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था. सूत्रों ने कहा कि चूंकि जांच के सभी आदेश शीर्ष अदालत ने दिए थे, इसलिए एसआईटी पीड़िता को गिरफ्तार करने से पहले कोर्ट को सूचित कर सकती है.एसआईटी के एक अधिकारी के अनुसार जबरन वसूली मामले में वह लड़की सक्रिय थी और एस आई टी की उस पर नजर हैं. उचित समय पर कार्रवाई की जाएगी . चिन्मयानंद की संस्था के एक कॉलेज से पोस्टग्रेजुएट का कोर्स कर रही कानून की छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर दुष्कर्म और शारीरिक शोषण के आरोप लगाए हैं. उसने दावा किया है कि उसका शोषण एक साल तक चला.
अब मामले की तह तक जांच एजेंसी पहुंचकर रिपोर्ट को आनेवाले समय में कोर्ट के सामने रखेगी,यूं यह मानकर चलें कि दोनो ही पक्ष को जांच एजेंसी और पुलिस अभी से प्रथमदृष्टया दोषी मान कर कार्रवाई करने का मूड बना चुकी है, चिन्मया की ऐय्यासी और लड़की और उसके गिरोह के शातिराने मंसूबे को भांप चुकी है बस वक्त है खुलासे के इंतजार का जिसके बाद हमाम के सभी नंगे सरेआम भी नंगे नजर आएंगे .