नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद लगातार छापेमारी हो रही है। लोगों के घरों से लाखों-करोड़ो बरामद किए जा रहे हैं। लोगों के घर से बरामद हो रहे नकदी को देखते हुए सरकार आपके घरों में नकदी की सीमा भी तय कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो आप तय सीमा के बाद अपने घर में नकद नहीं रख सकेंगे।
ऐसा इसलिए ताकि काले धन पर लगाम लगाया जा सके। दरअसल वित्त मंत्रालय इस संबंध में कई विकल्पों पर विचार कर रही है और माना जा रहा है कि जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है। इस संबंध में जानकारों से सलाह ली जा रही है।
उल्लेखनीय है कि एसआइटी के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एम बी शाह और उपाध्यक्ष व उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरिजीत पसायत ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को संयुक्त पत्र लिखकर कहा है कि अगर नकदी रखने की सीमा तय नहीं की गई तो नोट पाबंदी का सरकार के फैसले का कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि लोग फिर से अपने घरों में नकदी जमा करने में जुट जाएंगे। हलांकि ऐसा भी देखा जा रहा है। 8 नवंबर को नोटबंदी किए जाने के बाद और नए नोट जारी किए जाने के बाद लगातार छापेमारी में नकदी पकड़े जा रहे हैं।
एसआइटी ने जुलाई में वित्त मंत्रालय को सौंपी अपनी पांचवी रिपोर्ट में 15 लाख रुपये से अधिक कैश रखने के लिए आयकर आयुक्त की अनुमति लेनी की सिफारिश की थी। अपनी रिपोर्ट में एसआइटी ने मांग की कि अगर कोई व्यक्ति अपने खाते से 3 लाख रुपये से अधिक निकालता है तो बैंक को इसकी सूचना फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट और आयकर विभाग को देनी चाहिए। हलांकि इस पर अभी कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।