देश में पहली बार किसी पूर्व एयरफोर्स चीफ की गिरफ्तारी हुई है । यह गिरफ्तारी हेलिकॉप्टर खरीद में रिश्वत लेने के आरोप में हुई है। ऑगस्ता वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में सीबीआई ने शुक्रवार को पूर्व एयरफोर्स चीफ एसपी त्यागी समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया। सीबीआई ने कहा- त्यागी, उनके वकील गौतम खेतान और कजिन संजीव त्यागी उर्फ जूली ने या तो पैसा लिया या दूसरों को गैरकानूनी तरीके अपनाने का लालच दिया। त्यागी से पहले भी पूछताछ की जा चुकी है। वो 2005 से 31 मार्च, 2007 तक एयरफोर्स चीफ थे। कहा जा रहा है कि जांच में सहयोग नहीं करने पर तीनों की गिरफ्तारी हुई। सीबीआई ने कई देशों को लेटर लिखकर घोटाले से जुड़े सबूत मांगे थे।
हेलिकॉप्टर डील में 452 करोड़ की घूस
सीबीआई ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, और एंटी करप्शन के तहत कार्रवाई की गई है।सीबीआई ने कहा, ”जांच में सामने आया है कि ऑगस्ता से बिचौलिए या त्यागी के रिश्तेदार संजीव के जरिए घूस ली गई। ये डील के कुल अमाउंट (3767 करोड़ रुपए) का 12% थी।” यानी कि हेलिकॉप्टर डील में 452 करोड़ की घूसखोरी हुई।
यूपीए-1 के वक्त अगस्ता वेस्टलैंड से वीवीआईपी के लिए 12 हेलिकॉप्टर खरीदने की डील हुई थी। डील के तहत मिले 3 हेलिकॉप्टर आज भी दिल्ली के पालम एयरबेस पर खड़े हैं। हालांकि पहले सौदा 3,600 करोड़ रुपए और इसका 10% हिस्सा रिश्वत में देने की बात सामने आई थी। यूपीए सरकार ने ही फरवरी 2013 में डील रद्द कर दी थी। तब एयरफोर्स चीफ रहे एसपी त्यागी समेत 13 लोगों पर केस दर्ज किया गया था। जिस मीटिंग में हेलिकॉप्टर की कीमत तय की गई थी, उसमें यूपीए सरकार के कुछ मंत्री भी मौजूद थे। इस वजह से कांग्रेस पर भी सवाल उठे थे।